गठिया बाई झाड़ने का मंत्र | बच्चों के रोने का मंत्र | कीड़ा झाड़ने का मंत्र | वायु गोला का मंत्र | कान झाड़ने का मंत्र | Mantra to get rid of Arthritis | Baby Crying Mantra | Mantra to remove worm | Mantra of Vayu Gola | mantra to wash ears
गठिया बाई झाड़ने का मंत्र
ओम् मूलनमः धुक्षतमः जाहि जाहि ध्वांक्ष तमः प्रकीर्ण अंग प्रस्तार प्रस्तार मुंच मुंच।
मंगलवार या रविवार को तिलोई पक्षी के पंख से झारे तो बाई दूर होती है ।
रोनी मंत्र | बच्चों के रोने का मंत्र
बावति- बावति-छोटी बावति, लम्बी केश बावति
चललीं कामरु देश, कामरु देश से आइल भगाना
सिर लोट पर चढ़े मसाना, ठोकर मारी तीन,
दीख लेब छीन सत्य नाम कामरु के विद्या
नोना योगिनी के, सिद्ध गुरु के बन्दौं पाँव ।
जो बालक अधिक रोता हो या किसी की दीठ लग गई हो तो उस बालक के सिर पर हाथ रख कर मन्त्र पढ़ कर फूँक मारे ।
जानवरों के कीड़ा झाड़ने का मंत्र
ओम् नमो कीडा रेकुण्ड कुण्डालों लाल पूँछ, तेरा
मुँह काला। मैं तोंहि पूँछा कंह से आया, तूने
सब माँस खाया। अब तू जाय, भस्म हो जाय,
गुरु गोरखनाथ की दुहाई।
नीम की हरी ताजी डाली से मन्त्र पढ़कर सात झाड़े तो सब कीड़े मर जायँ ।
वायु गोला का मंत्र
ओम् ऐ चाचा ।
चाकू से २० बेड़ी और ४० खड़ी लकीरें खींच कर इस मन्त्र को पढ़ कर उस पर फूँके तो वायुगोला का रोग जाय ।
कान्हपुर हाई कहाँ चले वनही चले वागहे के
कोयला कोयला का करवेह सारी पत्रखण्ड कर वेहु
अष्टोत्तर दाँत व्याधि काटे के सिर रावण का दश,
भुजा बीस, ककुही वर वटी वायुगोला बाँधू गुल्म
महादेव गौरा पार्वती के नीलकंठ लोना चमाइन
की दुहाई।
इस मन्त्र से वायुगोला झारे तो लाभ (फायदा) होता है।
कान दर्द झाड़ने का मंत्र
आसमीन नगोट वन्ही कर्म हीन न जायते,
दोहाई महावीर की जो रहे कान की पीर अंजनी
पुत्र कुमारी वायुपुत्र महाबल को मारी ब्रह्मचारी
हनुमन्तई नमो नमो दोहाई महावीर की जो रहे
पीर मुण्ड को ।
इस मन्त्र को पढ़ कर कान तथा माथे पर फूँक मारे ।