रत्नो का उसके आकार के अनुसार प्रभाव : क्या आपने कभी सोचा है कि सितारे के आकार वाला माणिक या नीलम कौन सी विशेष शक्तियां रखता है और क्या हृदय के आकार वाला कोई रत्न प्यार को आकर्षित करने की ज्यादा ताकत रखता है |
गोल, चौकौर या त्रिभुज के आकार वाली चट्टानों में कौन सी चमत्कारिक शक्तियां रहती हैं, प्राकृतिक रूप से गढ़े हुए पत्थर विभिन्न आकारों में पिंड से लेकर अष्टकोणीय क्रिस्टल में मिलते हैं, किंतु वे जब धरातल पर वायु व जल के संपर्क में आते हैं तो इनकी घर्षण क्रियाएं उनके आकार में परिवर्तन ला देती हैं ।
कितनी ही बार तो पहचानी जाने वाली आकृतियों में या फिर जब उन्हें एकत्रित कर छोटे-छोटे टुकड़ों में विभाजित किया जाता है या सांचे में से निकालने के पश्चात् जब वे कारीगरों द्वारा तराशे जाते हैं तो उनका आकार परिवर्तित हो जाता है ।
प्रायः नगों के विभिन्न आकार को देख कर उनके ज्ञाता उनकी चमत्कारिक शक्तियों का अंदाजा लगा लेते हैं किंतु कृत्रिम रूप से तराशे गए रत्नों की तुलना में प्राकृतिक प्रक्रिया से उसी आकार को प्राप्त करने वाले रत्नों का महत्व अधिक होता है । वे ज्यादा शक्तिशाली भी माने जाते है |
यह शेमेन का चमत्कार है समकालीन पेरू में शेमेन की धार्मिक क्रियाओं में इसी प्रकार के नग इस्तेमाल किए जाते हैं । अमरीका के विभिन्न आदिवासी इंडियन कर्म कांड में प्रयुक्त होने वाले जानवरों के आकार के पत्थरों को ज्यादा महत्व देते थे मगर वर्तमान में आकार वाले नगों से चमत्कार पर कहीं-कही विचार किया जाता है ।
यहा हम नगों के उन आकारों के बारे में जानेंगे, जो प्रकृति में विशुद्ध रूप से जाए जाते हैं तथा मानव द्वारा कृत्रिम रूप से तराशे जाते हैं साथ ही हम उन कुछ रत्नों पर भी विचार करेंगे जो जगमगाते हैं व दमकते हैं तथा वे जिनमें गति भी होती है ।
यद्यपि नग विभिन्न आकारों में पाए जाते हैं मगर मैं यहां केवल प्रमुख आकारों पर विचार करूंगा, आपको यदि कोई विशिष्ट आकार का नग दिखाई दें तो आप उस पर विशेष ध्यान दें ।
देखें वह कैसा दिखाई देता है तथा आपके उस आकार से कैसे संबंध हैं उसकी उर्जा का अनुमान लगा कर उसकी शक्तियों का पहचानें ।
जब हम प्राकृतिक आकार वाले नगों पर विचार करते हैं तो हम नग के प्रकार के स्थान पर उसके आकार पर विशेष जोर देते हैं आकार में ही चमत्कार छिपा होता है |
गोल नग
इस आकार के रत्न ब्रह्मांड की संग्राहक शकिती चुबॅक तथा देवी मां का प्रतीक होते हैं साथ ही उनका संबंध स्त्री की प्रजनन प्रणाली से भी होता है । यही कारण है कि आरोग्य प्राप्ति की क्रियाओं में स्त्री के प्रतिनिधि के रूप में इनका उपयोग किया जा सकता है । ये रत्न आध्यात्मिकता का मूल होने के साथ-साथ आतिमक संचेतना के रहस्य खोलने का मूल भी होते हैं । प्यार के लिए चमत्कार के साथ इन नगों को प्रत्येक प्रकार के आकर्षण की क्रियाओं में भी इस्तेमाल किया जाता है । उदाहरण के तौर पर धन के आकर्षण की क्रियाओं में एक वर्ग में ओलीवाइन के कुछ छोटे टुकड़े या जेड और गोल नग रख कर दृश्यात्मक कल्पना करें।
लंबे तथा पतले नग
आकार से स्पष्ट है कि इस प्रकार के नग लिंग का प्रतीक होते हैं मगर यह जरूरी नहीं कि इनमें बिल्लौर और उसके जैसे अन्य रत्न भी शामिल हों । ये उभरे हुए होते हैं तथा विद्युत एवं पेगन धर्मों के महान् देवता का प्रतिनिधित्व करते हैं ये उर्जा के नग होते हैं, इस कारण उर्जा प्राप्ति के लिए इन्हें धारण किया जा सकता है या वेदी पर भी रखा जा सकता है । रक्षा के उद्देश्य से एक नग को बाहरी दरवाजे पर लटकाया जाता है या शीशे के सम्मुख रखा जाता है ।
प्यार संबंधी क्रियाओं में गोल व लंबे नगों को दृश्यात्मक कल्पना के दौरान वेदी पर बगल में या एक-दूसरे के ऊपर रखा जाता है । प्यार को आकर्षित करने वाले रत्नों को यदि इनके साथ रखा जाता है तो उनसे अतिरिक्त शक्ति मिलती है अंडाकार रत्नों के उपयोग से रचनात्मकता बढ़ती है व नए-नए विचार उभरते हैं । यदि क्रिया के समय इन्हें पत्थर की वेदी पर रखा जाए तो उससे क्रिया अत्यंत सफल रहती है । विगत में बहुत सी महिलाएं शीघ्र गर्भाधान के लिए इस आकार के छोटे-छोटे नग अपने साथ रखा करती थी । इस प्रकार के बड़े रत्नों को भूमि में गाड़ने से बाग अत्यंत ऊपजाऊ बन जाता है ।
वर्गाकार रत्न
वर्गाकार रत्न पृथ्वी, समृद्धि एवं प्रचुरता का प्रतिनिधित्व करते हैं इसीलिए इन्हें इन्हीं से संबंधित चमत्कार की क्रियाओं में उपयोग में लाया जाता है । साथ ही ये स्थिरता को भी बढ़ावा देते हैं यदि आपको ऐसा प्रतीत हो कि आपका जीवन बिखरा है तो एक समय में एक परियोजना पर ध्यान केंद्रित करने के लिए इस प्रकार के किसी एक नग का उपयोग करें ।
हृदय के आकार के नग
हृदय का संबंध प्यार से होता है अतः कोई भी व्यक्ति प्यार के आदान-प्रदान के लिए इस आकार के नग का उपयोग कर सकता है ।
त्रिभुजाकार रत्न
ये नग सुरक्षात्मक होते हैं अतः स्पष्ट है कि इसी कार्य के लिए इस्तेमाल भी किए जाते हैं यदि आप अपने घर या किसी स्थान की सुरक्षा चाहते हैं तो इस आकार के नग को खिड़की में लटका दें, पर ध्यान रहें नग का मुख समीप की गली या सड़क की तरफ हो |
अंग्रेजी एल (L) के आकार के नग
ऐसा माना जाता है सौभाग्यवर्द्धक होते हैं, संभवतः इसलिए क्योंकि इनका आकार शारीरिक व आध्यात्मिक मेल को दर्शाता है ऐसे भी बहुत से नग होते है जो शरीर के विभिन्न अंगों के रूप-आकार वाले होते हैं । उनके बारे में मान्यता है कि वे संबंधित अंग को पुष्ट करते हैं जैसे कि गुर्दे के आकार का रत्न गुर्दों को शक्तिशाली बनाएगा । कर्म-कांड के बाद पहने जाने वाले यह रत्न दृश्यात्मक कल्पना के केंद्र-बिंदु होते हैं ।
पिरामिड के आकार के नग
इस आकार के नग विरल होते हैं मगर नगों के व्यापरियों के लिए आम । उर्जाएं ऊपरी सिरे से निकलती हैं । इसलिए अगर आपको धन की आवश्यकता है तो पिरामिड के नीचे मुद्रा का नोट रख कल्पना करें कि नीचे नोट में से ऊर्जा के रूप में धन पिरामिड से होता हुआ आप तक समृद्धि ला रहा है |
हीरे के आकार के रत्न
हीरा स्वयं में कीमती रत्न होता है अतः स्पष्ट है यह धन-संपदा दिलाता है आशा है इन उदाहरणों ने आपको इतना समर्थ बना दिया होगा कि आपको जब भी जहां भी जैसे आकार का नग मिले तो आप उसकी चमत्कारिक शक्ति का अंदाजा लगा सकेंगे चमत्कार में प्राकृतिक रूप से छिद्र वाले नगों का बड़ा भारी महत्व होता है ।
इस कारण हम उन पर अलग से द्वितीय खंड में विचार करेंगे इन्हीं के साथ स्टुरो लाईट तथा क्रॉस स्टोन जैसे विचित्र आकार के नगों पर भी विचार किया जाएगा | इनमें अतिरिक्त बहुत से ऐसे भी नग हैं जिनकी प्रशंसा उनके आकार-प्रकार के लिए नहीं बल्कि उनकी चमक-दमक के कारण की जाती है, जैसे कि लहसुनिया, सितारा-माणिक, सितारा-नीलम, मून स्टोन, टाइगर्स आई, सन स्टोन तथा गति दर्शाने वाले पत्थर |
रोचक तथ्य यह है कि इन रत्नों के विषय में अनेक किंवदंतियां प्रचलित हैं । बहुत से व्यक्ति मानते हैं कि नगों के अंदर राक्षस या आत्माएं रहती हैं जो प्रभाव डालती हैं बहुत पहले ऐसे नगों को सुरक्षात्मक माना जाता था क्योंकि वे बुरी चीजों को दूर भगाते थे । ऐसे ही नगों को आभूषणों के रूप में स्वयं की सुरक्षा के लिए धारण किया जाता था ।
‘गति’ वाले नग यात्रा चमत्कार के लिए लाभदायक माने जाते हैं इसीलिए यात्रा के दौरान सुरक्षा के लिए इन्हें धारण किया जाता है नीलम व माणिक नगों में सितारे को आकृति इन रत्नों की चमत्कारिक शक्ति में वृद्धि करती है।