चुंबकीय हाथों वाली अद्भुत लड़की – इंगा गाइदूचे | Amazing Girl With Magnetic Hands – Inga Guidoche

चुंबकीय हाथों वाली अद्भुत लड़की – इंगा गाइदूचे | Amazing Girl With Magnetic Hands – Inga Guidoche

सुंदर चेहरे तथा चमकती आंखों वाली छठीं कक्षा में पढ़ रही बेलोरूसी किशोरी इंगा गाइदूचे अपनी विशेषता से हर किसी को चौंका देती है । उसकी चमत्कारी हरकतों की बातें बेलारूस में ही नहीं, बल्कि संसार भर में हो रही हैं । उसके हाथों में चुंबक जैसी शक्ति है । इसी शक्ति के सहारे वह लोगों को चकित कर देने वाली हरकतें कभी जान बूझकर करती है, तो कभी अपने आप ही हो जाती हैं ।

बेलारूस के नगर ग्रोदूनों में रहने वाले अनातोली गाइदूजे तथा उनकी पत्नी तो इस बात के आदि हो चुके हैं कि उनकी १२ वर्षीय बिटिया इंगा अपने हाथों से क्या-क्या करतब करती रहती है । शुरू में वे चौंके भी, कुछ दिन डरे डरे भी रहे । कई बार प्रेत बाधा की बातें भी सोची, अंततः वे उसके चुंबकीय हाथों के करिश्मों को उसकी सामान्य-सी हरकतें मानने लगे । हां, जितना वजन वह हाथों पर चिपका लेती है । उसे देखकर वे संभावित खतरे की बातें जरूर करते रहते हैं । दूसरी ओर इंगा को वजनी वस्तु हो या हलकी हथेली पर चिपका लेने में कुछ भी अजीब नहीं लगता था । वह यह काम सामान्य आदत की तरह ही करती है और न ही उसे इससे पीड़ा होती है ।

शरीर विज्ञानी, चिकित्सक, पत्रकार या वैज्ञानिक इस विचित्र चुंबकीय हाथों वाली लड़की के मामले में तरह-तरह की जांच करके भी किसी खास निर्णय पर नहीं पहुंच पाए हैं । उसके चुंबकीय हाथों से खिलवाड़ के करिश्मे का उदाहरण देखिए, इंगा अपना दायां हाथ आगे बढ़ाकर एल्युमिनियम के एक बड़े फ्राइंग पैन के पेंदे पर या भगोने के पेंदे पर हाथ रख देती है, तो वह बर्तन इस तरह चिपक जाता है, जैसे चुंबक ने पकड़ लिया हो ।

इसके बाद २ से ३ किलो वजन की कोई वस्तु उसकी उस हथेली के पास ले जाई जाती है, वह भी चिपक जाती है । संडसी, चिमटा, हथौड़ी आदि भी इसके पास ले जाकर उस पर चिपका दीजिए । ये सारी चीजें लंबे अर्से तक या इंगा जब तक चाहे, हवा में लटकी रहती हैं । ४ से ५ किलो वजन की भारी वस्तुएं गुरुत्वाकर्षण के नियम की उपेक्षा करती हथेली पर चिपकी झूलती रहती हैं । अनेक लोगों ने शुरू में इसे इंगा की चालाकी समझा पर जांच की विभिन्न आधुनिक तरकीबें आजमा कर वे निराश हो उठे ।

उसकी नरम हथेली पर ५ किलो वजनी ४ वस्तुएं चिपकी देखने पर एक जांचकर्ता ने पूछा था, ‘इंगा, क्या तुम्हें इतना वजन सम्हाले रहने पर जोर नहीं पड़ता ? हथेली दर्द नहीं करती।’

नहीं । इस तरह वजन उठाने में मुझे जरा भी वजन का पता नहीं चलता है, न ही हथेली में दर्द महसूस होता है।’ वह मुस्कराती हुई बोलती है ।

‘क्या अन्य वस्तुएं भी उठा सकती हो या घरेलू काम-काज की ही’ – यह सवाल भी एक जांचकर्ता ने पूछा था । उसने उत्तर में खुद उसकी हथेली पर चिपकाकर देखा कि वजनी बाट, टूथपेस्ट के ट्यूब, चाकू, लोहे के टुकड़े आदि भी हाथों में चिपक जाते हैं ।

वैज्ञानिकों ने विभिन्न प्रयोगों के दौरान इंगा के हाथों को तरह-तरह के साबुनों तथा रासायनिक घोलों से धुलवाकर तौलियों से पोंछवाया, परन्तु फिर हाथों के चमत्कार देखते हैं । वे पाते कि सचमुच ही हाथों मे चुंबकीय तत्व हैं । एक बात जरूर है कि हाथों पर वे वस्तुएं कब तक चिपकी रहें, यह इंगा के विवेक पर ही निर्भर रहता है । उसने कभी-कभी ७ से भी अधिक घंटों तक ५ किलो वजन एक हथेली पर तथा उतना ही दूसरी हथेली पर चिपका कर सामान्य रूप से टहलना जारी रखा । वह यह भी महसूस करती है कि उसे इन हथेलियों पर वजन से कुछ भी दर्द नहीं होता, न अजीब लगता है । वह देखते ही देखते एक चलता फिरता अजूबा बन गई है ।

चौंकाने वाली बात एक और भी है कि इंगा के हाथों का चुंबकीय स्पर्श लोगों के पुराने से पुराने भयंकर कमर दर्द को ठीक कर सकता है । हजारों रोगियों पर उसका प्रयोग एकदम सही उतरता था । उसके इस चुंबकीय गुण ने उसे बहुत ही चर्चित किया है । मरीज को जिस जगह दर्द होता है, वह वहां अपने दोनों हाथ रखती है । तब उसे महसूस होता है कि वहां से गर्मी निकल रही है, जो उसके हाथों के रास्ते से कंधे तक जाती है । कुछ देर बाद उसे लगता है कि उसकी हथेली के नीचे तेल जैसी कोई चिकनी वस्तु या चीज फैल रही है । कुछ समय बीतने पर वह महसूस करती है कि मानो वह अनाज के दानों के ढेर पर हाथ रखे हुए है । वह हाथ उठाकर बीच-बीच में देख भी लेती है । पर वह उसे सामान्य ही पाती है । जब उसे लगता है कि उसका हाथ अनाज के दानों का ढेर टटोल रहा है, तभी मरीज का दर्द एकदम गायब हो जाता है और वह वर्षों पुराने दर्द से राहत पा लेता है ।

उसके पिता अनातोली बेटी गाइदूचे के बारे में कहते हैं कि इंगा ने हमारे लिए बड़ी चिंता की स्थिति बना दी थी, पर लगता है कि कमर दर्द ठीक करने की यह शक्ति जनकल्याण में लगेगी । चाहे जो कुछ भी हो, कभी भी उसके चमत्कारी हाथों का रहस्य खुल न सका है ।

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