स्त्री सौभाग्य वर्धक यंत्र | स्त्री वशीकरण यंत्र | कामिनी वशीकरण अद्भुत यंत्र | stree saubhaagy vardhak yantra | stree vasheekaran yantra | kaaminee vasheekaran adbhut yantra

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स्त्री सौभाग्य वर्धक यंत्र


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कदाचित् किसी स्त्री का पति किसी अन्य रूपवती महिला के रूपजाल में फँस जाय तो पति परित्यक्ता कामिनी इस सौभाग्यवर्धक यन्त्र को गोरोचन से भोजपत्र पर बना तीन रात्रि पर्यन्त पुष्प, गन्ध आदि से पूजन कर चौथे दिवस विधिपूर्वक तीन सौभाग्यवती स्त्रियों को प्रेमायुत भोजन करा कर इस मन्त्र –

‘अंग वल्लभे देवि त्वं च मे प्रीयतामिति ।
एनं प्रिय महावश्यं कुरु त्वं स्मरवल्लभे।।’

इस प्रकार यन्त्र का पूजन कर चाँदी अथवा ताँबे के ताबीज में यन्त्र को भरकर कंठ में धारण करने से पति दास के समान हो जायेगा और यन्त्रराज के प्रभाव से सदैव उसके वश में रहेगा ।

श्रेष्ठ वशीकरण यंत्र


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कदाचित् आप किसी राज-कुल की रूपसी पर प्रेमासक्त हों और उसको पाने की कोई तदबीर दृष्टिगोचर न हो प्रस्तुत यन्त्र को गोरोचन, कुंकुम, कपूर की स्याही बना चमेली की लेखनी से निर्माण करके श्रद्धा-भक्तिपूर्वक श्वेत वस्त्र धारण करके यन्त्र का पूजा करे, तत्पश्चात् रात्रि के समय यन्त्र को सन्मुख रख कर इच्छित स्त्री का ध्यान करे तथा इसी प्रकार सात दिवस तक नित्य करता हुआ, आठवें दिन पूजा आदि से निवृत्त हो ब्राह्मणी स्त्रियों को भोजन करा यथा शक्ति दक्षिणा देकर ‘कामाक्षी प्रीयताम्’ कहे, फिर यन्त्र को त्रिलोह के ताबीज में बन्द कर भुजा में धारण करे तो साधक को देखने से ही काम-पीड़ित राजकुल की स्त्रियाँ सम्मोहित होकर प्राण निछावर करेंगी । साधारण स्त्री की तो बात ही क्या ?

स्त्री वशीकरण यंत्र


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समस्त प्राणियों में मनुष्य विशेषतया सृष्टि के प्रारम्भ से ही सौन्दर्य – प्रिय रहा है, परन्तु इच्छित रूपवती बाला प्रायः किसी भाग्यवान् को ही प्राप्त होती है । अतः उन अनेक निराश प्रेमियों की कामनापूर्ति हेतु ही हम भगवान् शंकर द्वारा वर्णित यह अद्भुत यन्त्र प्रस्तुत कर रहे हैं ।

इस यन्त्र को कुंकुम, गोरोचन, कस्तूरी, लालचन्दन-चारों वस्तुओं को मिश्रित कर चमेली की लेखनी बना, भोजपत्र पर उपरोक्त यन्त्र बना राई से कामदेव की एक मूर्ति बना उसके हृदय में यन्त्र स्थापित कर धूप, दीप, फूल और नेवैद्य से संध्या काल में इस मन्त्र से

‘कामोऽनङ्गः पुष्पशरः कन्दर्पो मीनकेतनः ।
श्रीविष्णुतनयो देवः प्रसन्नो भव मे प्रभो।।’

कामदेव का पूजन करने से इच्छित कामिनी वश में होकर आपके चरण-चुम्बन करेगी ।

कामिनी वशीकरण अद्भुत यंत्र


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अत्यन्त रूपवती किन्तु अभिमानिनी स्त्री जो किसी भी प्रयत्न से हाथ आती प्रतीत न हो तो निम्नांकित यन्त्र को घोड़े के रुधिर से भोजपत्र पर बना मदन काष्ठ से कामदेव की एक प्रतिमा बना उसके हृदय में एक ऐसा छिद्र करे जिसमें यन्त्र प्रविष्ट हो सके । तत्पश्चात् लालचन्दन-पुष्प वस्तुओं से यन्त्र की पूजा कर प्रतिमा के हृदय में स्थापित कर इक्कीस दिन तक पूजन करे तो कैसी ही पाषाणहृदया रूपबाला क्यों न हो इस यन्त्र के प्रभाव से सदा के लिये आपके वश में होकर आपके चरण चूमेगी ।

सौभाग्यवर्धक विजय यंत्र


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इस यन्त्र को गोरोचन तथा जल के संयोग से भोजपत्र पर बना पुष्प-गन्ध आदि से पूजन कर बाहु में धारण करने से स्त्रियों के सौभाग्य की वृद्धि होती है । और वे इस यन्त्र के प्रभाव से आयु भर अपने पति की हृदयेश्वरी बनी रहती हैं ।

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