जुआ जीतने का मंत्र | जुआ जीतने का मंत्र साधना | ऋद्धिकरण मन्त्र | आकस्मिक धनप्राप्ति मन्त्र | भूख प्यास निवारण मंत्र | भूख प्यास न लगने का मंत्र | पीलिया झाड़ने का मन्त्र | Jua Jitne Ka Mantra

जुआ जीतने का मंत्र | जुआ जीतने का मंत्र साधना | ऋद्धिकरण मन्त्र | आकस्मिक धनप्राप्ति मन्त्र | भूख प्यास निवारण मंत्र | भूख प्यास न लगने का मंत्र | पीलिया झाड़ने का मन्त्र | Jua Jitne Ka Mantra

जुआ जीतने का मंत्र | जुआ जीतने का मंत्र साधना | Jua Jitne Ka Mantra


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ॐ नमः ठुं ठुं ठुं ठुं क्लीं क्लीं बानरी विजयपति स्वाहा ।।

सिद्धि करने की विधि : दीपावली के दिन आधीरात में पीपल वृक्ष के नीचे बैठकर १०८ बार मन्त्र पढ़कर कादम्बरी के फूल से हवन करने से यह मन्त्र सिद्ध हो जाता है और जब प्रयोग करना हो तो एक फूल ले सात बार मंत्र पढ़कर दाहिने हाथ में बाँध जुआ खेले तो निश्चय जीते ।

ऋद्धिकरण मन्त्र


ॐ नमो पदमावती पद्मानने लक्ष्मी दायिनी बाछां भूत+प्रेत
विंध्यवासिनी सर्व शत्रु संहारिणी दुर्जन मोहिनी सिद्धि ऋद्धि बृद्ध
कुरु स्वाहा ॐ नमः क्लीं श्रीं पद्मावत्यै नमः।

विधि : छारछडीला कपूरकचरी, गुग्गुल, गोरोचन सम भाग ले मटर के समान गोलियाँ बनाकर रविवार या शनिवार की आधी रात से जाप प्रारम्भ करे और २२ दिन तक प्रति दिन १०८ बार मन्त्र जाप करे तथा १०८ बार मन्त्र जाप कर हवन करे तथा पूजन में लाल वस्तु ही धरे तथा लाल वस्त्र ही पहने तो २२ दिन पश्चात लक्ष्मी जी की अनुकम्पा से ऋद्धि प्राप्त होवे ।

आकस्मिक धनप्राप्ति मन्त्र | Dhan Prapti Mantra


ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं नमः ध्वः ध्वः ।।

विधि : मृगशिरा नक्षत्र में वध किये श्याम मृगचर्म पर आसीन हो किसी सरिता के तट कनकांगुदी वृक्ष के नीचे बैठ श्रद्धा-विश्वासपूर्वक २१ दिन में एक लाख बार मन्त्र जपने से अनायास धन प्राप्त होता है ।

भूख प्यास निवारण मंत्र | भूख प्यास न लगने का मंत्र | Bhukh Pyas Nivaran Mantra


ॐ सा सं शरीर अमृत माषाय स्वाहा ।।

इस मन्त्र को पहले दस सहस्र बार शुभ मुहूर्त में जाप कर सिद्धि कर ले और जब प्रयोग करना हो तो लटजीरा और केकर के बीज बराबर-बराबर लेकर चूर्ण कर मिठाई में सानकर गोली बनावे और १०८ बार मन्त्र पढ़कर ताँबे के यन्त्र में भर मुख में रखने से भूख तथा प्यास दोनों नष्ट हो जाती हैं ।

पीलिया झाड़ने का मन्त्र | Piliya Jhadne Ka Mantra


ॐ नमो वीर वैताल असराल नारसिंहदेव खादी तुषादी
पीलियांक मिटाती कारै झारै पीलिया रहैन नेक निशान जो
कहीं रह जाय तो हनुमंत की आन मेरी भक्ति गुरु की शक्ति
फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा ।।

प्रयोग विधि : कांसे के कटोरे में तेल भर कर रोगी के शीश पर रखे और हाथ में कुश लेकर मन्त्र पढ़ते हुये तेल में घुमावे और जब तेल पीला हो जाय तब नीचे उतार ले, इस प्रकार तीन दिन झाड़ने से पीलिया रोग दूर हो जाता है ।

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