Navneet Rana Biography | नवनीत राणा जीवन परिचय
Navneet Rana Koun Hai | नवनीत राणा कौन है
सुर्खियो मे रहने वाली नवनीत कौर राणा । नवनीत राणा । नवनीत रवि राणा एक पूर्व भारतीय फिल्म अभिनेत्री थी और वर्तमान मे लोकसभा चुनावों में एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में अमरावती से निर्वाचित सांसद हैं । नवनीत राणा ने अमरावती शहर के बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र के एक निर्दलीय विधायक रवि राणा से शादी की है ।
नवनीत राणा का जन्म । Navneet Rana Ka Janm
3 जनवरी, 1986 को मुंबई में नवनीत कौर राणा का जन्म हुआ था, पर कुछ दस्तावेजो मे इनका जन्म 6 अप्रैल 1985 भी बताया गया है । नवनीत कौर राणा क़े पिता का नाम श्री हरभजन सिंह कुंडलेस और नवनीत कौर राणा के माता का नाम श्रीमती रजनी कौर है । इनके माता-पिता लबाना पंजाबी मूल के है और पिता भारतीय सेना से अधिकारी थे ।
नवनीत राणा की शिक्षा । Navneet Rana Ki Shiksha
नवनीत कौर राणा | नवनीत राणा 10वीं तक की पढ़ाई कार्तिका हाई स्कूल, कूर्ला पश्चिम, मुम्बई से पूरी की और 12वीं शिक्षा पुरी करने के बाद एक मॉडल के रूप में काम करना शुरू कर दिया ।
नवनीत कौर राणा ने अपनी फीचर फिल्म की शुरुआत एक कन्नड़ फिल्म, “दर्शन” से की । इसके बाद इन्होने कन्नड़, तेलुगु, पंजाबी और मलयालम फिल्मो मे भी कार्य किया ।
नवनीत राणा की शादी । Navneet Rana Ki Shadi
अपने फिल्मी करियर के बाद नवनीत राणा ने 3 फरवरी 2011 को अमरावती शहर के बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र के एक निर्दलीय विधायक रवि राणा से सामूहिक विवाह समारोह मे शादी की थीं । नवनीत राणा योग का शौक रखती है और इसी शौक की वजह से वह बाबा रामदेव के योग केंद्र जाती रहती है , यहा उनकी मुलाकात रवि राणा से हुई थी । इस विवाह समारोह में कुल 3162 जोड़ों की शादी हुई थी । जिसमें 739 बुद्ध , 2443 हिन्दू, , 150 मुस्लिम, 15 क्रिस्चियन और 13 दृष्टिहीन जोड़े भी शामिल थे ।
नवनीत राणा का विवाद
नवनीत राणा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के घर ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान किया था ।
हनुमान चालीसा विवाद । Hanuman chalisa vivad kya hai
नवनीत राणा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मांग की थी कि हनुमान जयंती पर वो अपने घर ‘मातोश्री’ मे हनुमान चालीसा का पाठ करें । नवनीत राणा ने कहा था कि अगर उद्धव ठाकरे ऐसा नहीं करते हैं, तो वह खुद सीएम के घर के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करेंगी । नवनीत राणा ने 23 अप्रैल की सुबह 9 बजे मातोश्री के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करने का ऐलान किया था ।