राशि के अनुसार
रुद्राक्ष | Rudraksh
एकमुखी रुद्राक्ष
इस रुद्राक्ष को कोई भी राशि का
व्यक्ति धारण कर सकता है | यह
साक्षात् भगवान शिव का स्वरूप माना गया है | इसे धारण करने से यश, मान, प्रतिष्ठा, धन, ऐश्वर्य
की प्राप्ति होती है | विशेष
रूप से कामना भेद से, यह भोग और मोक्ष दोनों को देने
वाला है |
चौदहमुखी रुद्राक्ष
यह रुद्राक्ष हनुमानजी का स्वरूप माना गया है
| इसलिए
इसे मेष तथा वृश्चिक राशि वाले व्यक्ति धारण कर सकते है | इसे धारण करने से बल, बुद्धि, धन, पद, प्रतिष्ठा
की प्राप्ति होती है |
बारहमुखी रुद्राक्ष
बारहमुखी
रुद्राक्ष द्रादश आदित्यों का स्वरूप माना गया है | इसे
सिंह राशि वाले
लोग धारण कर सकते है | इसे धारण करने
से आयु-आरोग्यता, यश और मान प्रतिष्ठा की प्राप्ति
होती है |
तेरहमुखी रुद्राक्ष
तेरहमुखी रुद्राक्ष देवराज इंद्र का स्वरूप
है | इस
रुद्राक्ष को वृष एवं तुला राशि वाले व्यक्ति
धारण कर सकते हैं | इसे
धारण करने से भोग, ऐश्वर्य और स्वास्थ्य का लाभ प्राप्त
होता है |
चारमुखी रुद्राक्ष
यह रुद्राक्ष ब्रह्माजी का स्वरूप माना गया
है | इसे
धनु एवं मीन राशि वाले जातक धारण कर सकते हैं | इसे
धारण करने से धन, ऐश्वर्य, विद्या
बुद्धि तथा
स्वास्थ्य का लाभ प्राप्त
होता है |
दशमुखी रुद्राक्ष
यह रुद्राक्ष भगवान विष्णु का स्वरूप
माना गया है | इस रुद्राक्ष
को मिथुन और कन्या राशि के जातक धारण कर सकते
हैं | इसे
धारण करने से बुद्धि, विद्या, धन
और संपत्ति की
प्राप्ति होती है |
सातमुखी एवं नौमुखी रुद्राक्ष
सातमुखी रुद्राक्ष महासेन अनन्त का
स्वरूप है तथा नौमुखी रुद्राक्ष महाभैरव का स्वरूप माना गया है | इनमें
से किसी भी अथवा दोनों को शनि की राशि वाले (मकर एवं कुंभ) जातक धारण कर सकता है | इसे
धारण करने से स्वास्थ्य, धन, यश, संपत्ति
की प्राप्ति होती है |
पंचमुखी रुद्राक्ष
पंचमुखी रुद्राक्ष को विशेषकर कर्क राशि वाले
व्यक्ति धारण कर सकते हैं | इसे धारण करने से मानसिक शांति, सात्विक
बुद्धि,
धन और प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है |
धारण विधि
रुद्राक्ष को पंचामृत से शुद्ध करके अथवा गंगा जल
से शुद्ध करके धूप, दीप से पूजन करके सोने या चांदी की चेन अथवा धागे
में सोमवार को धारण करें | उसके पश्चात
“ऊं नमः शिवाय” मंत्र
का जाप १०८
बार करें |