वशीकरण बीज मंत्र | वशीकरण मंत्र 1 शब्द का | वशीकरण कैसे करें | वशीकरण विधि | वशीकरण टोटका | वशीकरण मंत्र मोहिनी मंत्र | Vashikaran Mantra | Vashikaran Mohini | Vashikaran Paudha
वशीकरण मन्त्र
ओम् नमो चामुण्डे जय जय वश्य मानय जय जय सर्व सत्वा नमः स्वाहा ।
इस मन्त्र को एक लाख बार जाप कर सिद्धि कर लेने के बाद रविवार के दिन गुलाब का फूल सात बार मन्त्र पढ़कर जिसे देवे वह वश में हो जाता है ।
ओम् सर्व लोक वश कराय कुरु कुरु स्वाहा ।
इस मन्त्र को प्रथम १०८ बार जप कर सिद्धि कर लेवे और जब प्रयोग करना हो तो निम्न प्रकार से प्रयोग करे –
(१) लटजीरा के बीज काली गाय के दूध में पीसकर सात बार मन्त्र पढ़ मस्तक पर तिलक लगावे तो देखने वाले वश में हो जाते हैं ।
(२) नागरमोथा, हरताल, कुंकुम, कूठ और मैनसिल को अनामिका नामक उँगली के रक्त से पीस सात बार मन्त्र पढ़ मस्तक पर तिलक लगावे तो जो व्यक्ति उस तिलक को देखे वह वश में हो जाता है ।
(३) बरगद की जड़ जल में घिसकर सात बार मन्त्र से अभिमंत्रित कर तिलक लगाने से देखने वाला वश में हो जाता है ।
(४) सफेद मदार(आक) के फूल छाया में सुखाकर काली गाय के दूध में पीस २१ बार मन्त्र पढ़ मस्तक पर तिलक लगाने से उत्तम वशीकरण होता है ।
(५) काली गाय के दूध में सफेद दूब पीस करके २१ बार मन्त्र पढ़ तिलक लगावे तो स्त्री वशीकरण होवे ।
(६) छाया में सुखाई सहदेई को उपरोक्त मन्त्र से अभिमन्त्रित कर चूर्ण बनाकर पान में जिस व्यक्ति को खिला देवे वही वश में हो जाता है ।
(७) वच-कूठ और ब्रह्मदण्डी का चूर्ण बराबर ले । इस मन्त्र से अभिमन्त्रित कर पान में जिसे खिला दे वही वश में हो जावे ।
ओम् मों ड्रो ।
यह मन्त्र निराहार अवस्था में १००८ बार जाप कर सिद्धि कर ले और जब प्रयोग करना हो तो जिसे वश में करना हो उसका ध्यान कर पाँच सौ बार जाप करे तो बन्धु-बांधव, मित्र, स्त्री, राजा, मन्त्री आदि सभी वश में हो जाते हैं ।
ओम् ह्रीं ह्रीं कालि कालि स्वाहा ।
इस मन्त्र को किसी तिराहे (जहाँ से तीन दिशाओं को मार्ग जाता हो) पर आसीन हो एक लाख बार जाप करके सिद्ध कर लें, फिर जब आपको प्रयोग करना हो तो इच्छित स्त्री-पुरुष पर १०८ बार मन्त्र पढ़ कर फूँक मार दें तो कैसा ही हृदयहीन व्यक्ति क्यों न हो आपके वश में हो जायेगा ।
त्रैलोक्य वशीकरण मंत्र
ओम् नमो भगवती मातंगेश्वरी सर्व मन रंजनि सर्वेषां महा तगे कुवरी के नन्द नन्द जिदहे जिबहे सर्व जगत वश्य मानय स्वाहा।
इस मन्त्र को दस हजार बार जाप कर सिद्धि कर लेने के बाद वशीकरण के लिये निम्न प्रकार का प्रयोग करे –
(१) चन्द्र ग्रहण के अवसर पर सफेद विष्णुक्रान्ता की जड़ लाकर तीन बार मन्त्र पढ़ आँख में अंजन की तरह आंजने से देखने वाले सभी लोग वश में हो जाते हैं ।
(२) शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को सफेद घुंघुची की जड़ लाकर सात बार मंत्र से अभिमन्त्रित कर, जिसको भी खिला देवे वह तन-मन से साधक के वश में हो जाता है ।
भूतनाथ वशीकरण मंत्र
ओम् नमो भूतनाथ समस्त भुवन भूतानि साधय हुँ ।
इस मन्त्र को एक लाख बार जप करने से यह सिद्ध हो जाता है और जब प्रयोग करना हो तो जिस प्राणी को वश में करना हो उसका ध्यान करते हुए १०८ बार मंत्र जप करने से वह वश में हो जाता है ।
सर्वजन वशीकरण मंत्र
ओम् चिटि चाण्डाली महाचाण्डाली अमुकं मे वश मानय स्वाहा ।
इस मन्त्र को सात दिवस तक अविराम जाप करके सिद्धि कर ले और आवश्यकता के समय निम्न प्रकार से प्रयोग करे –
यह मन्त्र बेल के काँटे की लेखनी बना तालपत्र पर लिखे और उक्त तालपत्र को दूध में पकावे फिर उक्त तालपत्र को तीन दिन पर्यन्त कीचड़ में गाड़ दे और तीन दिन बीतने पर निकाल कर जिस स्थान पर दुर्गा पूजा महोत्सव होता हो वहाँ के मण्डल द्वार पर गाड़ देने से इच्छित व्यक्ति वश में हो जाता है ।
राजा वशीकरण मंत्र
ओम् नमो भास्कराय त्रिलोकात्मने अमुकं महीपति मे वश्यं कुरु कुरु स्वाहा ।
इस मंत्र को केवल १००८ बार जाप करके सिद्धि कर लें और आवश्यकता के समय कपूर, कुंकुम, चन्दन और तुलसी की पत्ती गोदुग्ध में घिसकर उपरोक्त मन्त्र से अभिमन्त्रित करके मस्तक पर तिलक लगा राजसभा में जावें तो राजा वश में होवे और साधक की इच्छानुसार कार्य करे ।
सौ मित्र वशीकरण मंत्र
वीनोन तरयोध सरक्ता सतोत विष्टांग ।
रक्त चन्दन लिप्तांगा भक्तानां च शुभप्रदम् ।।
गाय के गोबर से त्रिकोणाकार चौका लगाकर उसके तीनों कोनों पर कुंकुम की रेखा खींचे और बीच में जिसको वश में करना हो उसका नाम लिख सिन्दूर लगाकर एकाग्रतापूर्वक दस हजार बार मन्त्र जाप करके हवन करे तो सौ मित्र वश में हो जाता है ।