विंस्टन चर्चिल का अदृश्य मददगार | Winston Churchill । Winston Churchill’s Invisible Helper

विंस्टन चर्चिल का अदृश्य मददगार | Winston Churchill । Winston Churchill’s Invisible Helper

‘द अनएक्सप्लेंड मिस्ट्रीज ऑफ माइंड एंड स्पेस’ में द्वितीय विश्व युद्ध के हीरो विंस्टन चर्चिल (Winston Churchill ), जो कि अवकाश प्राप्ति के बाद पुनः युद्ध में ध्वस्त इंग्लैंड का आत्मविश्वास लौटाने के लिए इंग्लैंड के प्रधानमंत्री बनाए गए थे, के जीवन से जुड़ी ऐसी घटनाओं की चर्चा है, जो बताती है कि समय-समय पर कोई अदृश्य मृतात्मा चर्चिल को अकाल मृत्यु के शिकार होने से बचाती रही ।

एक रात वह १०, डाउनिंग स्ट्रीट, जो कि ब्रिटिश प्रधानमंत्री का अधिकृत निवास स्थान है, में अपने विश्वस्त मंत्रियों के साथ उच्चस्तरीय विचार-विमर्श कर रहे थे । उसी समय जर्मनी के बमवर्षक विमान लंदन के आकाश में मंडरा रहे थे । सायरन बज रहे थे, परन्तु विचार विमर्श जारी था । अचानक चर्चिल उठे, अपने भोजन कक्ष में पहुंचे, जहां उनका रसोइया भोजन बना रहा था । उन्होंने उस रसोइए व उसके सहायक से खाना गर्म कर दूसरे कक्ष में रखकर तुरन्त भोजन कक्ष खाली कर अपने कक्ष में जाने को कहा । ३ मिनट बाद ही एक बम उसी भोजन कक्ष के पिछवाड़े में गिरा तथा सारा भोजन कक्ष ध्वस्त हो गया, किन्तु चमत्कारिक रूप से चर्चिल व उनके मंत्री बच गए ।

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बाद में उन्होंने कहा कि उन्हें लगा, जैसे कोई उन्हें बार-बार भोजन कक्ष से दूर रहने के लिए कह रहा था । उन्होंने उस अदृश्य सहायक का कहना माना तथा अपनी और अपने सहयोगियों की जान बचाई ।

चर्चिल स्वयं हवाई जहाजों पर हमला करने वाली तोपों, बैटरीज का निरीक्षण करने युद्ध स्थल पर जाया करते थे । एक बार जब वह निरीक्षण करके वापस आए तथा कार में बैठ ही रहे थे, तो एक क्षण दरवाजे पर खड़े रहे, फिर घूमकर दूसरी ओर से आकर दरवाजे की ओर बैठ गए, जिधर वह कभी नहीं बैठते थे । ड्राइवर को आश्चर्य तो हुआ, पर उसने कुछ नहीं कहा । कार वापस प्रधानमंत्री निवास की ओर चल दी । अचानक एक बम विस्फोट हुआ व उनकी कार का दूसरा हिस्सा जो मुश्किल से उनसे दो फुट ही दूरी पर था, दूर जाकर गिरा ।

किसी तरह बिना उलटे कार चलती गई और लगभग नष्ट हुई उस कार से उतर कर वह घर में प्रवेश कर गए । बाद में उन्होंने अपनी पत्नी तथा साथियों को बताया कि जब मैं उस द्वार की ओर से बैठने लगा, जिससे हमेशा बैठता था, तो मुझे लगा कि कोई कह रहा है, “रुको! दूसरी ओर जाकर बैठो, जो कि सुरक्षित है । चर्चिल हमेशा उस अदृश्य सहायक या मददगार के शुक्रगुजार रहे तथा उसमें विश्वास करते रहे ।

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