मार्गशीर्ष पूर्णिमा व्रत |Margashirsha Purnima Vrat
Margashirsha Purnima Vrat : पूर्णिमा व्रत में भगवान नारायण की पूजा का विधान है । सबसे पहले नियमपूर्वक पवित्र होकर स्नान करें । सफेद कपड़े पहनें और आचमन करें ।
Epic Hindi – Gyan Ka Bhandar
Margashirsha Purnima Vrat : पूर्णिमा व्रत में भगवान नारायण की पूजा का विधान है । सबसे पहले नियमपूर्वक पवित्र होकर स्नान करें । सफेद कपड़े पहनें और आचमन करें ।
मार्गशीर्ष मास की शुक्लपक्ष की एकादशी मोक्षदा एकादशी कहलाती है । इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत युद्ध के प्रारम्भ होने के पूर्व मोहित हुए अर्जुन
दत्तात्रेय जयंती की कहानी : मार्गशीर्ष कृष्णपक्ष की दशमी को दत्तात्रेय जयन्ती मनाई जाती है । पुराणों के अनुसार दत्तात्रेय के तीन सिर व छ: भुजाएँ थीं ।
Utpanna Ekadashi Vrat Katha : उत्पन्ना एकादशी का व्रत मार्गशीर्ष मास की कृष्णपक्ष की एकादशी को रखा जाता है, इस दिन भगवान की पूजा का विधान है ।
Bhairav Ashtami Puja Vidhi : मार्गशीर्ष मास की कृष्णपक्ष की अष्टमी को भैरव जयन्ती मनाई जाती है । इसे कालाष्टमी भी कहते हैं ।
Shaligram Katha : एक बार की बात है । एक वृद्धा शालिग्राम की बहुत भक्त थी । वह उनकी प्रतिदिन सेवा करती, पूजा अर्चना करती, उनका ध्यान करती ।
illi aur ghun ki kahani : एक बार की बात है इल्ली और घुण बातें करते हुए कहने लगे | इल्ली चलो कार्तिक माह है स्नान कर लें ।
Lapsi Tapsi Ki kahani : एक लपसी थी, एक तपसी थी । तपसी तो भगवान की तपस्या करता ।
Ganga Jamuna Ki Katha : एक गंगा थी, एक यमुना थी । दोनों बहनें एक साहूकार के खेत में से जा रही थी । यमुना ने बारह दाने जौ के खेत में से तोड़ लिए । गंगा बोली कि – बहन ! ये तो चोरी हो गई । तुझे तो पाप लग गया ।
पथवारी पूजन | पीपल पथवारी की कहानी | Peepal Pathwari Ki Katha | एक बुढ़िया थी । उसके चार बेटे थे और चार भैंसे थी । आया कार्तिक का महीना । वह अपनी बहुओं से बोली – मैं तो कार्तिक नहाने जाऊँगी और तुम लोग एक-एक भैंस ले लो ।