मोक्षदा एकादशी कथा | मोक्षदा एकादशी व्रत | Mokshada Ekadashi Vrat Katha

Mokshada Ekadashi Vrat Katha

मोक्षदा एकादशी कथा :

मार्गशीर्ष मास की शुक्लपक्ष की एकादशी मोक्षदा एकादशी कहलाती है । इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत युद्ध के प्रारम्भ होने के पूर्व मोहित हुए अर्जुन को श्रीमद्भगवद् गीता का उपदेश दिया था ।

इस दिन श्रीकृष्ण का स्मरण व गीता का पाठ करना चाहिए । गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने कर्मयोग पर विशेष बल दिया है तथा आत्मा को अजर, अमर, अविनाशी बताया है । जिस प्रकार मनुष्य पुराने कपड़ों को उतारकर नए कपड़े धारण कर लेता है, उसी प्रकार आत्मा भी जर्जर शरीर को छोड़कर नया शरीर धारण कर लेती है । मोक्षदा एकादशी के दिन मिथ्या भाषण, चुगली तथा अन्य दुष्कर्मो का त्याग कर सद्गुण अपनाने से मोक्ष की प्राप्ति होती है ।

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