दत्तात्रेय जयंती की कहानी | दत्तात्रेय जयंती के बारे में | Dattatreya Jayanti 2023
दत्तात्रेय जयंती की कहानी : मार्गशीर्ष कृष्णपक्ष की दशमी को दत्तात्रेय जयन्ती मनाई जाती है । पुराणों के अनुसार दत्तात्रेय के तीन सिर व छ: भुजाएँ थीं ।
Epic Hindi – Gyan Ka Bhandar
दत्तात्रेय जयंती की कहानी : मार्गशीर्ष कृष्णपक्ष की दशमी को दत्तात्रेय जयन्ती मनाई जाती है । पुराणों के अनुसार दत्तात्रेय के तीन सिर व छ: भुजाएँ थीं ।
Utpanna Ekadashi Vrat Katha : उत्पन्ना एकादशी का व्रत मार्गशीर्ष मास की कृष्णपक्ष की एकादशी को रखा जाता है, इस दिन भगवान की पूजा का विधान है ।
Bhairav Ashtami Puja Vidhi : मार्गशीर्ष मास की कृष्णपक्ष की अष्टमी को भैरव जयन्ती मनाई जाती है । इसे कालाष्टमी भी कहते हैं ।
Shaligram Katha : एक बार की बात है । एक वृद्धा शालिग्राम की बहुत भक्त थी । वह उनकी प्रतिदिन सेवा करती, पूजा अर्चना करती, उनका ध्यान करती ।
illi aur ghun ki kahani : एक बार की बात है इल्ली और घुण बातें करते हुए कहने लगे | इल्ली चलो कार्तिक माह है स्नान कर लें ।
Lapsi Tapsi Ki kahani : एक लपसी थी, एक तपसी थी । तपसी तो भगवान की तपस्या करता ।
Ganga Jamuna Ki Katha : एक गंगा थी, एक यमुना थी । दोनों बहनें एक साहूकार के खेत में से जा रही थी । यमुना ने बारह दाने जौ के खेत में से तोड़ लिए । गंगा बोली कि – बहन ! ये तो चोरी हो गई । तुझे तो पाप लग गया ।
पथवारी पूजन | पीपल पथवारी की कहानी | Peepal Pathwari Ki Katha | एक बुढ़िया थी । उसके चार बेटे थे और चार भैंसे थी । आया कार्तिक का महीना । वह अपनी बहुओं से बोली – मैं तो कार्तिक नहाने जाऊँगी और तुम लोग एक-एक भैंस ले लो ।
Pathwari Ki Kahani | Pathwari Mata Ki Katha in Hindi | पथवारी माता की कहानी | पीपल पथवारी की कहानी | एक बुढ़िया थी । उसने अपनी बहू से कहा – तू दूध-दही बेचकर आ । वह बेचने गई तो उसने रास्ते में देखा औरतें पीपल पथवारी सींच रही थीं ।
भीष्म पंचक व्रत विधि | भीष्म पंचक व्रत कथा | भीष्म पंचक व्रत का महत्व | भीष्म पंचक की कहानी | bhishma panchak vrat vidhi | bhishma panchak katha