कविता हिंदी में | Poem Kavita | बलिवेदिका
बलिवेदिका ( १) ऐ भक्तों के मुक्ति-मार्ग की पूर्ति-सरलतासिक्त ! कभी-कभी क्यों बन जाती हो निज स्वभाव-अतिरिक्त । कि जिससे लाखों-लाखा लाल; निगलता जाता काल …
Epic Hindi – Gyan Ka Bhandar
बलिवेदिका ( १) ऐ भक्तों के मुक्ति-मार्ग की पूर्ति-सरलतासिक्त ! कभी-कभी क्यों बन जाती हो निज स्वभाव-अतिरिक्त । कि जिससे लाखों-लाखा लाल; निगलता जाता काल …
आवले दिल के दिखाना चाहते हैं आपको, हम आवले दिल के । छिपा सकते नहीं सीने में, टुकड़े ये जले दिल के ॥ उर्दु की …
पृथ्वीराज द्वारा राणा प्रताप का स्वाभिमान जाग्रत करना Prithviraj letter to Maharana Pratap अकबर के दरबार में महाराणा प्रताप का सन्धि व शर्तो को मानने …
मुहम्मद इक़बाल की कविताए व शायरी Muhammad Iqbal Ki Kavita Aur Shayari अपने गुरु की शान में उन्होंने अपनी कविता “बस्ती का मुसाफिर” में लिखा …
भाई वीर सिंह की कविता | Bhai Vir Singh Ki Kavita भाई वीर सिंह की कविता में प्रकृति प्रेम और सामाजिक अंश, दोनों के दर्शन …
काका हाथरसी के दोहे | Kaka Hathrasi ke Dohe हास्य और व्यंग्य से भरे काका हाथरसी के दोहे अंतरपट में खोजिए छिपा हुआ है खोट …
कबीर के दोहे | Kabir Ke Dohe कबीर के दोहे का संकलन | Kabir Ke Dohe Ka Sankalan हिन्दू कहो तो हूँ नही हिन्दू कहो …
कबीर के दोहे | Kabir Ke Dohe कबीर के दोहे का संकलन | Kabir Ke Dohe Ka Sankalan कौन तुम्हारा नाम कहाँ ते तुम जो …
कबीर के दोहे | Kabir Ke Dohe कबीर के दोहे का संकलन | Kabir Ke Dohe Ka Sankalan हम वासी उस देश कौ हम वासी …
कबीर के दोहे | Kabir Ke Dohe कबीर के दोहे का संकलन | Kabir Ke Dohe Ka Sankalan साखी आँखी ज्ञान की सब काहू का …