कबीर के दोहे | Kabir’s couplets – 3
कबीर के दोहे | Kabir Ke Dohe कबीर के दोहे का संकलन | Kabir Ke Dohe Ka Sankalan ढाई आखर प्रेम का पढ़ि-पढ़ि तो पत्थर …
Epic Hindi – Gyan Ka Bhandar
कबीर के दोहे | Kabir Ke Dohe कबीर के दोहे का संकलन | Kabir Ke Dohe Ka Sankalan ढाई आखर प्रेम का पढ़ि-पढ़ि तो पत्थर …
कबीर के दोहे | Kabir Ke Dohe कबीर के दोहे का संकलन | Kabir Ke Dohe Ka Sankalan जाति न पुछौ साधु की जाति न …
कबीर के दोहे | Kabir Ke Dohe कबीर के दोहे का संकलन | Kabir Ke Dohe Ka Sankalan राम-रहीमा एक है अलख इलाही एक है, …
एक कविता ऐसी भी | Poem रचयिता – श्री योगेश शर्मा “योगी” हरामी के पिल्लों ने,जीना हराम कर दिया। दगाबाज दल्लो ने, हमें बदनाम कर …
कविता | Poems रचयिता – श्री योगेश शर्मा “योगी” सूखे घाट की प्यास, बुझेगी अबकी बार | सियासत के सावन, बरसेंगे अबकी बार || काल …
कविता | Poems रचयिता – श्री योगेश शर्मा “योगी” वक्त की चाक पर, तेरी-मेरी मजबूरिया रख | जीना है जमाने मे तो, कुछ दूरिया रख …
कविता | Poems रचयिता – श्री योगेश शर्मा “योगी” कर्मो के कारनामो से, नर नारायण हो जाता है | बिना पढे भागवत, जी का पारायण …
कविता | Poems रचयिता – श्री योगेश शर्मा “योगी” ईमान के बाजार मे सौदागरो का बोलबाला है |जुबा गिरवी रखते है और खामोशी तौल देते …
कविता | Poems रचयिता – श्री योगेश शर्मा “योगी” खा गया मजदूर की मजदूरी, देखना कोरोना हो जाएगा |मजदूर है, मजबूर मत बनाओ, रोना ही …
कविता | Poems रचयिता – श्री योगेश शर्मा “योगी” रिश्ते निभ रहे, व्यापार की तरह |हम मिल रहे, अखबार की तरह || मर्ज बढ़ता ही …