वर्गाकार या उपयोगी हाथ | Type of Hand – 2

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वर्गाकार या उपयोगी
हाथ

वर्गाकार हाथ वह होता है जिसमे हथेली कलाई के
पास वर्गाकार हो
, उंगलियों की
जड़ों के पास वर्गाकार हो और उंगलियां भी वर्गाकार हों । इस प्रकार के हाथ को
उपयोगी हाथ भी कहा जाता है
| क्योंकि ऐसे हाथ
जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों में मिलते हैं । इस प्रकार के हाथ में नाखून
भी छोटे और वर्गाकार
पाए जाते हैं ।

ऐसे हाथ वाले लोग नियम-कायदे वाले, समय के पालन में
विश्वास रखने वाले
,
अपने व्यवहार में खरे होते हैं और अभ्यास और आदत की
अनुकूलता से ऐसे बन जाते हैं। वे सत्ता का सम्मान करने वाले
, अनुशासनप्रिय
होते हैं
, हर तरह की चीज के
लिए उनके जीवन में स्थान है और हर चीज की अपनी निश्चित जगह है
, न केवल घर और
जीवनयापन में
, बल्कि उनके
मस्तिष्क की क्रियाओं में भी वे कायदे-कानून का सम्मान करते हैं
, झगड़ालू नहीं
किन्तु जब विरोध करते हैं तो उसमें दृढ़निश्चयी होते हैं
, मन की मौज के
मुकाबले तर्कसंगतता उन्हें पसन्द है
, लड़ाई-झगड़ा नहीं, शान्तिप्रिय होते है और अपने काम और आदतों में सलीका उन्हें पसंद आता है । उनमें धीरज
कूट-कूटकर भरा होता है
|

कविता या कला के लिए वे विशेष उत्साही नहीं होते, थोड़े भौतिकवादी
होते हैं और व्यावहारिक जगत् में सफल कम होते हैं । दिखावे के बजाय ठोस कार्य में
विश्वास करते हैं
,
विचारों के बजाय निश्चित सिद्धान्त उन्हें पसन्द होता है।
वे लोगों के अनुकूल कम ढल पाते हैं
| अपने
कार्यक्षेत्र में उनमें बहुत कु
लता, चारित्रिक शक्ति, इच्छाशक्ति की
दृढ़ता आदि गुण और गुणी प्रतिस्पर्धियों से बहुत आगे निकल जाते हैं ।
वे निश्चित विज्ञानों और व्यावहारिक शास्त्रो को प्राथमिकता
देते हैं । वे कृषि और वाणिज्य को बढावा देने वाले होते हैं
, घर और घरेलू दायित्व को सप्रेम निभाने वाले होते हैं और
स्नेह का प्रदर्शन नहीं करते । वे जबान देते हैं तो वफादार और सच्चे साबित होते
हैं
, दोस्ती को
कट्टरता से निभाते हैं
, सिद्धान्त के पक्के और कार्यक्षेत्र में ईमानदार होते हैं ।
उनकी सबसे बड़ी कमी यह है कि उनका रुझान तर्क को नाप-जोखकर कट्टरता से मानने की तरफ
होता है और जो उनकी समझ से परे है
, उस सब पर उन्हें विश्वास नहीं जमता।


इस तरह के हाथ के और भी भाग होते
है जो इस तरह है :   


छोटी वर्गाकार उंगलियों
वाला वर्गाकार हाथ


यह हाथ अधिकतम देखने को मिल
जाता है और बड़ी जल्दी पहचान में आ जाता है। इस प्रकार के हाथ वाला व्यक्ति हर
अर्थ में पक्का भौतिकवादी होता है । यह व्यक्ति इस तरह का होगा की जो कुछ वह अपनी
आंख से देख लेता है या कान से सुन लेता है
, उसके सिवा किसी और पर मुझे विश्वास नहीं करता । इस प्रकार
का हाथ काफी हठी प्रकार की प्रकृति का सूचक है
, बल्कि कायदे से तो संकुचित मानसिकता का सूचक है । ऐसे लोग
खूब पैसा कमाते हैं
, किन्तु
बाहुवल से
| पर व्यावहारिक
होते हैं
, वे
पैसा जोड़ना पसन्द करते हैं
, भौतिक सुख-समृद्धि की उन्हें खोज रहती है।


लम्बी वर्गाकार उंगलियों
वाला वर्गाकार हाथ


यह हाथ काफी लम्बी उंगलियों
वाला वर्गाकार हाथ होता है । यह हाथ इस बात का सूचक है कि छोटी उगलियों वाले वर्ग
के मुकाबले इसमे मानसिक विकास कहीं अधिक है। यहां भी तर्क और कायदा-विधि है
, किन्तु तुलना में कहीं अधिक और ढंग से, क्योंकि उसमें तो नियमों और रिवाजों का बंधा व्यक्ति
पिटी-पिटाई लकीर पर ही चलता रह जाता है। ऐसा व्यक्ति विज्ञान की दुनिया में नौकरी
या व्यवसाय प्राप्त करता है या ऐसे क्षेत्र में जाता है
, जहां तर्क और संगति का काम हो ।


गठीली उंगलियों वाला
वर्गाकार हाथ


इस प्रकार का हाथ प्रायः
लम्बी उंगलियों के साथ देखा जाता है और इसके जीवन में प्रथम स्थान एक-एक सूक्ष्म विवरण
के प्रति गहरे लगाव को मिलता है। निर्माण इसका शौक है
, किसी निर्धारित स्थान से किसी ज्ञात सम्भावना तक योजना
बनाना उसका क्षेत्र है
, इस प्रकार के हाथ वाले व्यक्ति महान् आविष्कारक भले न हों, महान् शिल्पी, गणितज्ञ, गणक आदि अवश्य पाये जाएंगे और ऐसा व्यक्ति अगर चिकित्सा व किसी
प्रकार के विज्ञान के क्षेत्र में जाता है तो उसमें किसी विशेष क्षेत्र मे भी नया ही चुनेगा
और सुक्ष्म विवरण के प्रति प्रेम के कारण अपनी विशेषज्ञता तक पहुंचेगा ।


चपटी उंगलियों वाला
वर्गाकार हाथ


मुख्य रूप से यह आविष्कारक का हाथ होता है, किन्तु प्रमुखता सदा व्यवहारिकता की रहती है | इस प्रकार के हाथ वाले मनुष्य आविष्कारों मे
आगे देखे जाते है
, वह उपयोगी वस्तुओं के 
निर्माता होते हैं, उपयोगी उपकरण, घरेलु काम की चीजें आदि बनाते है और अच्छे इंजीनियर भी होते
हैं। वे लगभग हर तरह का मशीनी काम पसन्द करते हैं
, इसलिए हर श्रेष्ठ और उपयोगी मशीनी उपकरण उन्हीं लोगों की
देन है जिनके हाथ चपटी उंगली वाले वर्गाकार हाथ पाए जाते है |  


शंकु के आकार की
उंगलियों वाला हाथ


संगीत २चना इसी प्रकार के हाथो
के अधीन पायी जाती है
| पहली
बात तो यह कि वर्गाकार हाथ दरअसल एक अध्येता का हाथ है। हाथ के वर्गाकार होने से
अधिक व्यावहारिक शक्ति और उपक्रम की निरंतरता मिलती है तो उंगलियों का शंकु आकार
मनुष्य को प्रेरणागत शक्तियां प्रदान करता है । संगीतकारों के हाथों का पर्याप्त अध्ययन
किया जाए तो ये सत्य प्रतीत होती है । यह साहित्यिक कोटि के लोगों पर भी लागू होता
है जो अध्ययन के आधार पर कल्पना के भावों का निर्माण करते हैं। यह पुरुष या स्त्री
क्योंकि कलात्मक जीवन जीने वाला है
, वह कला साहित्य हो या संगीत, इसलिए इसके हाथ का आकार तो आम तौर पर शंकु आकार या कलात्मक
हाथ होता हैं
| 


मनोवैज्ञानिक उंगलियों
वाला वर्गाकार हाथ


शुद्ध मनोवैज्ञानिक उंगलियों
वाला वर्गाकार हाथ सामान्य रूप से देखने को नहीं मिलता है
, पर इसके आसपास के हाथ वर्गाकार हथेली और लम्बी नुकीली
उँगलियों
, लम्बे
नखो के रूप मे देखा जा सकते है। इस प्रकार का हाथ लोगों का जीवन तो बढ़िया ढंग से
शुरू करता है
, किन्तु
हर तरह की सनक इनमे पायी जाती है । ऐसा हाथ वाले कलाकार का स्टुडियो अधूरे चित्रों
से भरा मिलेगा और अगर व्यक्ति व्यापारी है तो उसके कार्यालय में अधूरी बनी योजनाओं
की भरमार होगी। जिसे व्यक्ति को कभी सफलता मिल ही नहीं सकती ।


मिश्रित उंगलियों वाला
वर्गाकार हाथ


इस प्रकार का हाथ सामान्य रूप
से देखा जा सकता है
, स्त्रियों
की तुलना में पुरुषों में अधिक आसानी से पाया जाता है । ऐसे हाथ में हर उंगली अलग
आकार की होती है
, कभी
तो सारी उंगलियां और कभी दो या तीन अलग तरह की
| प्राय: देखने को मिलेगा कि ऐसे हाथ में
अंगूठा काफी लचकदार होता है या बीच के जोड़ पर पिछे को काफी मूड जाता है
, तर्जनी प्रायः नुकीली पायी जाती हैं, मध्यमा वर्गाकार, अनामिका चपटी और कनिष्ठा फिर नुकीली । ऐसा व्यक्ति कभी तो प्रेरणाओं
से भरा हुआ मिलता है
, कभी वह वैज्ञानिक और अत्यन्त तर्कसंगत दृष्टिकोण वाला हो जायेगा, कभी वह अत्यन्त कल्पना से एकदम व्यावहारिक धरातल पर उतर
आयेगा
, वह किसी भी विषय पर सरलता
में बात करता मिलेगा
और इसीलिए उद्देश्य की निरन्तरता के अभाव के कारण, वह शायद ही कभी सत्ता या सफलता की ऊंचाईयो तक पहुच पाए ।

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