बच्चों की नजर उतारने का यंत्र | नजर न लगने का यंत्र | bachchon kee najar utaarane ka yantra | najar na lagane ka yantra
बच्चों की नजर उतारने का यंत्र
इस यन्त्र को ताँबे के पत्र पर लिखक़र (खुदवा कर) बालक के गले में बाँधे तो नजर दूर हो ।
नजर न लगने का यंत्र
इस यन्त्र को लालचन्दन से भोजपत्र पर लिखकर धूप दें, फिर ताँबे के ताबीज में मढ़ाकर बालक के गले में बाँधे तो नजरे लगने का दुःख दूर हो और नजर न लगे ।
राज सम्मान प्राप्ति यंत्र
इस यन्त्र को अष्टगंध से तुलसी की लकड़ी की कलम से, पीपल के पत्ते पर लिखकर और स्वर्ण के यंत्र में भर कर दाहिनी भुजा पर बाँध कर राज-दरबार, नेताओं तथा बड़े आदमियों के सम्पर्क में जाने से विशेष रूप से मान-सम्मान होगा ।
आधासीसी झाड़ने का मंत्र
ओम नमो वन में बसी बानरी, उछल पेड़ पर जाय, कूद-कूद डालन पर फल खाय, आधी तोड़े-फोड़े, आधासीसी जाय।
जमीन पर हाथ से सीधी लकीरें खींचे तथा फिर सात आड़ी रेखाओं से उन्हें काटता जावे । इस प्रकार सात बार करके रोगी के माथे पर फूंक मारता जावे और हाथ फेरता जावे तो आधासीसी जावे ।
रतौंधी दूर करने का मंत्र
पढ़-पढ़ के फूँके भाट भाटिन संग चली कहाँ
जाव, जायेउ समुद्र पार, भाटिन कहा मैं बिआयेऊ
कुश की छाली बिआयेऊ उपसमा छीकर मुद्रा
अंडा धों सो हिलतारा सोहिल तारा राजा
अजैपाल तर कर केदार पानी भरत रहै उन देखे
पावा बालाउ गोडिया मेला उजाल तोके मैं
अधोखी ईश्वर महादेव की दोहाई, हनुमान
कै दोहाई यही समय उतरि जाइ ।
इस मन्त्र को पढ़-पढ़ कर सात बार झाड़े ।
गर्भधारण मंत्र | गर्भधारण का मंत्र
ओम् ह्रीं उलजाल्य ठः ठः ओम् ह्रीं ।
जब स्त्री ऋतु-काल में हो तब हिरन की खाल (मृगचर्म) पर पुरुष तथा स्त्री दोनों बैठें और पुरुष स्त्री के कान में १०८ बार मन्त्र कहे और फिर रात्रि में ईश्वर का ध्यान करके स्त्री-पुरुष सम्भोग करें तो गर्भ रहेगा ।
आधासीसी दूर करने का यंत्र
इस यन्त्र को रविवार के दिन लालचन्दन से लिख कर मस्तक में बाँधे तो आधासीसी (अधकपारी) नष्ट हो ।
बुखार उतारने का यंत्र
इस यन्त्र को अष्टगन्ध से लिख कर दाहिनी भुजा पर बाँधने से तिजारी ज्वर छूट जाता है । परीक्षित है ।
गर्भ स्तम्भन मंत्र
ओम् नमो गंगा उकारे गोरख वहा घोरघी पार गोरखा बेटा जाय जयद्रुत पूत ईश्वर की माया दुहाई शिव जी की ।
क्वॉरी कन्या के हाथ से कते हुये सूत को इस मन्त्र से अभिमन्त्रित करके और उसी सूत (तागा) का गंडा बनाकर स्त्री को पहना देने से गर्भ स्तम्भन होगा । यानी जिन स्त्रियों का गर्भ गिर जाता है उन्हें पहनाने से गर्भ नहीं गिरेगा और गिरता हुआ रक्त (खून) भी बन्द हो जावेगा ।
गर्भ रक्षा मंत्र
ओम् रुद्रा भी द्रव हो हा हा ह ओ का ।
रविवार के दिन गर्भवती स्त्री के पास गूगुल की धूनी देकर और गर्भवती के पास बैठकर १२१ बार इस मन्त्र को जपे तो स्त्री को गर्भ सम्बन्धी किसी प्रकार की बाधा न रहेगी ।
बवासीर झाड़ने का मंत्र
ओम् छई छलक कलाई आहुम आहुम कं कां कीं हूँ फट् फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचः ।
इतवार और मंगल के दिन इस मन्त्र से पानी फूँक कर आबदस्त लेने से बवासीर का रोग जाता है ।
बवासीर ठीक करने का यंत्र
इस यन्त्र को अष्टधातु के पत्र पर खुदवा कर दाहिनी भुजा पर बाँधने से दोनों प्रकार का बवासीर अच्छा होता है ।
सर्व रोग निवारण यंत्र
इस यन्त्र को भोजपत्र पर लिखकर और उस भोजपत्र को ताँबे के ताबीज में रखकर बालक के गले में बाँधे तो सब प्रकार की बाधा दूर होती है ।
स्त्रियों का भय नाशक यंत्र
इस यन्त्र को भोजपत्र पर लिखकर ताँबे के ताबीज में भरकर स्त्री के गले में बाँध देने से जो स्त्रियाँ प्रायः डरा करती हैं, वह नहीं डरेंगी ।