पति वशीकरण यंत्र | Pati Vashikaran Yantra
विधि – एक बड़ा सा साफ-सुथरा भोज पत्र लेकर फिर अनामिका उंगली का रक्त, हाथी का मद, जावक और गोरोचन, इन सब चीजों को मिलाकर चमेली की लकड़ी की कलम से इस यंत्र को भोजपत्र पर लिखें ।
फिर एक शुद्ध खेत की साफ काली मिट्टी लेकर उस मिट्टी की गणेश जी की मूर्ति बनावे और गणेश जी के पेट में इसी लिखे हुये भोजपत्र को रख कर बन्द कर दे, फिर धूप दीप फूल माला आदि से गणेश जी की पूजा करे और नैवेद्य लगाकर निम्नलिखित मंत्र का उच्चारण करे –
देवदेव गणाध्यक्ष सुरासुर नमस्कृतः ।
देवदत्ते महावश्यं यावज्जीव कुरु प्रभो ।।
इस मन्त्र को तीन बार पढ़कर एक हाथ गहरा गढ़ा खोदकर गाड़ दें और फिर मिट्टी डालकर बन्द कर दें, तो श्री गणेश जी की कृपा से उस स्त्री का पति जन्म-जन्मान्तर तक उसका दास रहेगा । परीक्षित है ।
रविवार-पुष्य नक्षत्र में गेहूँ के आटे की एक रोटी बनाकर इस मन्त्र को प्याज के रस से उस रोटी पर लिख कर जिस पुरुष को खिलावे तो वह पुरुष स्त्री के वश में हो ।