कोसा नोस्ट्रा | Cosa Nostra | La Cosa Nostra | Cosa Nostra Mafia

Cosa Nostra

कोसा नोस्ट्रा | Cosa Nostra | La Cosa Nostra | Cosa Nostra Mafia

कोसा नोस्ट्रा ( Cosa Nostra ) अमरीका का सबसे पहला संगठित अपराध-गिरोह था, जिसकी क्रूरता, बर्बरता और बदले की भावना वाले सदस्य बंदूक और छुरे के सहारे जीने और मरने की सौगंध के साथ बंधे थे । वे कोसा नोस्ट्रा ( Cosa Nostra ) के प्रति निष्ठा और गोपनीयता की शपथ लेते तथा संयुक्त राज्य अमरीका के संगठित अपराध जगत पर पूरी तरह हावी थे ।

कोसा नोस्ट्रा ( Cosa Nostra ) के अस्तित्व के लगभग ४० वर्षों में गोपनीयता की शपथ का उल्लंघन पहली बार सन् १९६२ में उसके एक ऐसे सदस्य ने किया, जो उस शपथ का पालन ३३ वर्षों तक निष्ठापूर्वक करता रहा था । उसने जिन रहस्यों का भेद खोला, उनसे पहली बार यह ज्ञात हुआ कि कोसा नोस्ट्रा ( Cosa Nostra ) अपराधियों और तस्करों का एक ऐसा विशाल संगठन अथवा गिरोह है, जो विशेषतः सन् १९२० के दशक में अमरीका सरकार द्वारा मद्यनिषेध लागू करने के पश्चात् अवैध शराब के धंधे में फला-फूला था ।

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कोसा नोस्ट्रा ( Cosa Nostra ) का मुख्य धंधा अवैध शराब की भट्टियां स्थापित करना तथा पुलिस को रिश्वत देकर शस्त्र बल द्वारा उनकी रक्षा करना और सशस्त्र एजेंटों की मदद से अवैध शराब की बिक्री था । कोसा नोस्ट्रा ( Cosa Nostra ) का अवैध शराब का धंधा काफी बड़े पैमाने पर चल निकला था । वस्तुतः अवैध शराब का उत्पादन और बाजार लगभग पूरी तरह कोसा नोस्ट्रा ( Cosa Nostra ) के हाथों में था ।

मद्यनिषेध कानून रद्द कर दिये जाने पर इस अपराध संगठन ने तुरंत जुए के अड्डे स्थापित कर लिए और वह उनसे भारी मुनाफा कमाने लगा । अकेले न्यूयार्क शहर में वह इन अड्डों से २५ करोड़ डॉलर वार्षिक की कमाई करता था । उसने अकेले न्यूयार्क की पुलिस को ५ करोड़ डॉलर की रिश्वत दी थी । उसके बाद दूसरा महायुद्ध शुरू हुआ, जो कोसा नोस्ट्रा ( Cosa Nostra ) के लिए कमाई का एक अतिरिक्त साधन बन गया । लगभग प्रत्येक क्षेत्र में युद्ध के कारण अभाव की स्थिति उत्पन्न हो जाने के कारण शीघ्र ही काला बाजार पनप उठा । कोसा नोस्ट्रा ( Cosa Nostra ) ने तुरंत काले बाजार को अपने हाथों में ले लिया और सामान्य उपभोग की वस्तुओं की अवैध बिक्री पर आधिपत्य जमा लिया, जैसे-मांस, चीनी, पैट्रोल और सिगरेट आदि ।

सन् १९५० के दशक में कोसा नोस्ट्रा ( Cosa Nostra ) अमरीका में नशीले पदार्थों के व्यापार तथा उनकी तस्करी में बड़े पैमाने पर लिप्त हो गया । इन द्रव्यों के अवैध व्यापार में संगठित रूप से प्रवेश करने वाला पहला अपराधी गिरोह कोसा नोस्ट्रा ( Cosa Nostra ) था ।

कोसा नोस्ट्रा का संगठन


कोसा नोस्ट्रा ( Cosa Nostra ) अमरीका में इतालवी अपराध जगत और गुंडों का प्रमुख केन्द्र था । इसमें मूलतः दो प्रजातीय गिरोह शामिल थे – सिसिलीवासी और नेपल्सवासी । इतालवी आप्रवासी न तो कुशल कारीगर थे, न किसान, न उद्यमी । उनमें से अधिसंख्य अपराधों में लिप्त हो गये और उससे उन्हें भारी कमाई होने लगी । कोसा नोस्त्रा के भीतर सिसिलीवासियों में परस्पर घनिष्ठता तथा प्रजातीय एकता का भाव बहुत सुदृढ था । इसने नेपल्सवासियों को भी अपनी सुरक्षा के लिए एकजुट होने के लिए विवश कर दिया था ।

संयुक्त राज्य अमरीका में संगठित अपराध की शुरुआत इतालवी आप्रवासियों ने नहीं की थी । उन्नीसवीं शताब्दी के अंत में जब वे अमरीका पहुंचे तो वहां पहले से ही एक समृद्ध अपराध जगत पनप रहा था, जिसका प्रभुत्व मुख्यतः आयरलैंड मूल के लोगों अथवा यहूदियों के हाथों में था । इतालवियों में एकता का भाव बहुत सुदृढ़ था तथा वे संगठन-कुशल भी थे, जिसके कारण उन्होंने आयर तथा यहूदी लोगों को मात देकर अपराध जगत पर अपना वर्चस्व स्थापित कर लिया ।

उस समय कोसा नोस्ट्रा ( Cosa Nostra ) का सबसे अधिक प्रभावशाली सरदार गिउसेप मासेरिया ( Joe Masseria ) था, जिसे संगठन के लोग ‘जो दा बॉस’ (जो सरदार – Joe Masseria ) नाम से संबोधित करते थे । डॉन वीटो जेनोवीज तथा लसियानो जैसे अनेक भयंकर गुंड्डे उसके साथ थे । लुसियानो को कोसा नोस्त्रा के लोग ‘Charles Lucky Luciano ‘ (भाग्यशाली चालीं) कहते थे । इतालवी अपराध जगत पर मासेरिया के वर्चस्व के बावजूद वह स्थानीय और क्षेत्रीय निष्ठाओं से ओतप्रोत अनेक गिरोहों में विभाजित था । इनमें सबसे बड़ा गिरोह कास्तेल्लाम्मारेसे था, जिसके सदस्य मूलतः सिसिली के नगर कास्तेल्लाम्मारे देल गोल्फो के निवासी अथवा उनके वंशज थे । न्यूयार्क में उनका मुखिया साल्वेटर मारा जानो था ।

कोसा नोस्त्रा की सदस्यता


कोसा नोस्त्रा के रहस्य जोसेफ माइकल वलाची जेनोविस ने प्रकट किये । उसने ‘वालाची पेपर्स’ के लेखक पीटर मास के साथ लंबी मुलाकातों में अपनी दीक्षा-विधि पर विस्तार से प्रकाश डाला । वालाची का जन्म २२ सितंबर, १९०४ को न्यूयार्क के ईस्ट हार्लेम में हुआ था, जिसमें मुख्यतः इटली मूल के लोग रहते थे । उसके माता-पिता इटली से आकर वहां बसे थे । वालाची अपने माता-पिता की १७ संतानों में से जीवित बची संतानों में था । उसके पिता का परिवार घोर दारिद्रय भोग रहा था ।

उसका पिता घोर पियक्कड़ था । वालाची किसी के काबू में न आता था, अतः उसे ११ वर्ष की आयु में बाल सुधारगृह में भर्ती करना पड़ा । ३ साल बाद जब वह वहां से निकला तो वह चोरी की कला में निपुण हो चुका था । १८ बरस का वालाची चोरों के नामी गिरोह ‘माइन्यूट मैन’ का पक्का सदस्य बन चुका था । वह अपने गिरोह के ट्रकों पर चालक का काम करता था ।

सन् १९२३ में वालाची को एक सिल्क स्टोर में हुई एक बड़ी चोरी के सिलसिले में गिरफ्तार कर लिया गया और उसे अमरीका की बदनाम जेल सिंग सिंग में दस महीने की सजा भुगतनी पड़ी । रिहाई के फौरन बाद ही उसे एक डाके के प्रसंग में पकड़ लिया गया तथा तीन वर्ष से कुछ अधिक समय पुनः सिंग सिंग में ही बिताना पड़ा । इतने लंबे समय में उसे सहज ही अपराध-कुशल कैदियों का संग मिला, जिनसे उसने अपराध कला का विशिष्ट ज्ञान प्राप्त किया ।

ब्रुकलिन के शुरू के प्रमुख गिरोहबाज अपराधियों में से एक बोल्लेरो के साथ उसकी मुलाकात सिंग सिंग में ही हुई थी । वोल्लेरो भी नेपल्स मूल का था तथा वह गुप्त अपराध-संगठन कोसा नोस्ट्रा ( Cosa Nostra ) का सदस्य था । वोल्लेरो ने वालाची को कोसा नोस्ट्रा ( Cosa Nostra ) के बारे में कुछ नहीं बताया तथापि उसने यह आश्वासन अवश्य दिया कि समय आने पर उसे उस अपराध संगठन के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने का अवसर मिलेगा, परंतु वालाची को यह जानकारी वोल्लेरो से नहीं वरन् जेल के एक अन्य साथी डॉमिनिक पैत्रेली के माध्यम से प्राप्त हुई । पैत्रेली को कोसा नोस्त्रा में ‘दा गैप’ कहा जाता था ।

सन् १९२९ में दा गैप ने वालाची का परिचय बॉबी डौयल से कराया । बॉबी का असली नाम गिरोलामो सांतुक्कियो था। बॉबी ने वालाची को एक बड़े निर्माता टीम गगलियानो के पास भेज दिया । टौम ने वालाची के सामने लंबी-चौड़ी भूमिका बांधने के बजाय उसे सीधा सवाल पूछा, “यदि हम तुम्हें किसी व्यक्ति की हत्या करने को कहें तो क्या तुम उसे गोली मार सकोगे?” वालाची ने तुरंत टौम से प्रतिप्रश्न किया, “क्या तुम्हारे लोग मेरे लिए भी यह कार्य करेंगे?” टौम ने कहा, “हां।” वालाची ने भी अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी ।

यह वह समय था, जब कोसा नोस्ट्रा ( Cosa Nostra ) का सरदार मासेरिया कास्तेल्लाम्मारेसे के सरदार मारानजानो और उसके सहयोगियों के विरुद्ध संघर्ष कर रहा था । वालाची को कोसा नोस्ट्रा ( Cosa Nostra ) में भर्ती करने की पहल मारानजानो ने की । उसने बालाची को पहचान करने का काम सौंपा । उससे उस इमारत में एक घर भाड़े पर लेने को कहा गया, जिसमें मासेरिया के एक विश्वस्त साथी के रहने का अनुमान था । यह कार्य उसने सफलतापूर्वक संपन्न कर दिया । उसने मासेरिया के साथी को खोज निकाला और उसकी सूचना के आधार पर मारानजानो गिरोह के तीन बंदूकचियों ने उस व्यक्ति की हत्या कर डाली ।

इस सफलता के फलस्वरूप वालाची को कोसा नोस्ट्रा ( Cosa Nostra ) की सदस्यता का अधिकारी मान लिया गया । उसे एक बड़े भोजन-कक्ष में ले जाया गया, जहा लुच्चीज गिरोह के सरदार टौमी तथा जो-बोन्नानो, बॉबी डौयल और दा गैप की उपस्थिति में उसका परिचय डौन साल्वेटोर मारानजानो के संग कराया गया। मारानज़ानो ने अपने दायीं ओर की कर्सी की ओर इशारा किया। वालाची चुपचाप उस कुर्सी पर बैठ गया ।

मारानजानो ने वालाची से दोनों हथेलियां मिलाने को कहा और उनके बीच में एक कागज रखकर उसे दियासलाई से जला दिया । अब उसने वालाची को यह शपथ दोहराने को कहा -“यदि मैंने कोसा नोस्त्रा के रहस्य प्रकट किये तो मैं इसी प्रकार जलूंगा । मेरे लिए कोसा नोस्त्रा मेरे रक्त-संबंधों, परिवार, धर्म और देश की अपेक्षा सर्वोपरि रहेगा।”

यह गुप्त अपराध-संगठन कोसा नोस्ट्रा ( Cosa Nostra ) में वालाची के प्रवेश की दीक्षा थी । उसने पहली बार संगठन का नाम- कोसा नोस्ट्रा ( Cosa Nostra ) सुना था । जो-बोन्नानो को वालाची का संरक्षक नियुक्त किया गया तथा वालाची के कार्यों का उत्तरदायित्व उसके कंधों पर डाल दिया गया । इस प्रकार “जो” वालाची का “गोम्बाह” बन गया ।

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