मैक्सिको माफिया । मेक्सिको, हत्या और ड्रग माफिया । Mexican Mafia | Mexican Mafia Leaders

Mexican Mafia

मैक्सिको माफिया । मेक्सिको, हत्या और ड्रग माफिया । Mexican Mafia | Mexican Mafia Leaders

सन १९८० के दशक में संयुक्त राज्य अमरीका गांजा, अफीम, मार्फीन और कोलंबियाई कोकीन सरीखे मादक द्रव्यों की बाढ़ को रोकने के लिए हताशापूर्वक संघर्ष कर रहा था । देश की सरकार मैक्सिको को भी इस वायदे के बदले में भारी मात्रा में धन दे रही थी कि वह अपनी सीमाओं के भीतर भांग और पोस्त की खेती की अनुमति नहीं देगा तथा राज्य की सीमाओं के भीतर होकर अमरीका भेजे जाने वाले मादक द्रव्यों की तस्करी को रोकेगा । परंतु वास्तविकता यह थी कि मैक्सिको सरकार राजनीतिज्ञ, प्रशासनिक तथा न्यायिक इत्यादि सभी स्तरों पर भ्रष्ट हो चुकी थी । मैक्सिको के मादक द्रव्य तस्करों के पास अपार धन था, जिसके बलबुते पर वे पुलिस तथा न्यायपालिका को भारी घूस देकर अपनी अवैध गतिविधियों की ओर से आंखें मूंद लेने के लिए विवश करने में सक्षम थे ।

मैक्सिको सरकार दावा करती थी कि उसके देश की सीमाओं के भीतर भांग और पोस्त की खेती नहीं होती, परंतु ऐसा न था । मैक्सिको के सोनोरा, चिहुआहुआ, ज़कातेकास तथा सान लुई पोटोसी प्रांतों में भांग के विशाल खेत मौजूद थे । पोस्त की खेती मुख्यतः सिनालोआ, जैलिसको और मिको आकान प्रांतों में होती थी । जैलिसको प्रांत की राजधानी ग्वादालाजारा पर मादक द्रव्य तस्करों का ठीक वैसा ही आधिपत्य था, जैसा कि किसी पराजित प्रदेश पर विजयी सेना का होता है ।

प्रायः सभी मादक द्रव्य तस्कर सिनालोआ प्रांत की पहाड़ियों के निवासी थे । उनके सरदारों-मिगेल एंजेल फैलिक्स गैलार्डो, कारो क्विन्टेरो और अर्नेस्टो फोन्सेका कारिल्लो-में से प्रत्येक ने अरबों डॉलर इकट्ठे कर लिए थे । फेलिक्स गैलार्डो कोकीन का प्रमुख तस्कर था और वह दक्षिण अमरीका के देशों, विशेषतः पेरू और कोलंबिया की कोकीन अमरीका में भारी मात्रा में पहुंचाता था ।

भांग की खेती


संयुक्त राज्य अमरीका की मादक-द्रव्य निरोधक एजेंसी का मैक्सिको मुख्यालय ग्वादालाजारा में था । मई, १९८२ में एजेंसी के एक जासूस ने उसे एक ऐसी खबर दी, जिससे एजेंसी में खलबली मच गयी । जासूस ने बताया कि ग्वादालाजारा से कोई २०० मील उत्तर-पूर्व की ओर सान लुई पोटोसी प्रांत के लगभग २२० एकड़ क्षेत्र में भांग की खेती लहलहा रही है । जासूस ने यह भी बताया कि इस खेती को कुओं के पानी से सींचा जा रहा है और भांग के पौधे ५ फुट की ऊंचाई तक जा पहुंचे हैं । उसके अनुसार इन खेतों के मालिक कारो क्विटेरो, अर्नेस्टो फोन्सेका तथा एक तीसरा भागीदार थे ।

अमरीकी एजेंटों को इस सूचना पर सहज ही विश्वास नहीं हुआ, लेकिन उसके बाद उन्होंने उसकी जांच करने का निश्चय करके गुप्त रूप से उस क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया । सूचना एकदम सही थी, भांग के खेत ठीक वहीं और उतने ही क्षेत्र में लहलहा रहे थे । एजेंटों ने खेतों के चित्र खींचे और उन्हं, मैक्सिको में संयुक्त राज्य के दूतावास को सौंप दिये । राजदूत ने वे प्रमाण मैक्सिको सरकार के सामने रखे । अकाट्य प्रमाणों के प्रकाश में सरकार ‘खोजो और नष्ट करो’ के आदेश जारी करने के लिए विवश थी । मैक्सिको के सैनिक और पुलिस अधिकारी डी.ई.ए. के एजेंटों को साथ लेकर हैलीकॉप्टरों द्वारा नियत क्षेत्र में जा पहुंचे । उस छापे से उन्हें ५००० टन असाधारण रूप से उग्र तथा निर्बीज गांजा प्राप्त हुआ ।

सन् १९८४ के आरंभ में पुनः ऐसा अवसर आया जब डी.ई.ए. (ड्रग एन्फोर्समेंट एजेंसी अर्थात् मादक द्रव्य निरोधक एजेंसी) के एक जासूस ने उसे यह सूचना दी कि ग्वादालाजारा के मादक-द्रव्य सरदारों ने ज़कातेकास, डुरांगों और चिहुआहुआ प्रांतों के हजारों एकड़ क्षेत्र में भांग की खेती में पूंजी लगाने के लिए एक सिडीकेट का गठन किया है । डी.ई.ए. के एजेंटों ने एक प्राइवेट विमान में गुप्त रूप से उस क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया । इस बार भी सूचना सही निकली । उसके बाद उन्होंने उस खेती के बारे में मैक्सिको की संघीय पुलिस को सूचित किया । भ्रष्ट पुलिस ने तस्करों को छापे की अग्रिम सूचना दे दी और वे छापा पड़ने से पहले ही उस क्षेत्र से बच निकले । इस छापे से केवल २० टन गांजा हाथ लगा, क्योंकि पौधे पूरी तरह परिपक्व नहीं हो पाये थे ।

तीसरी बार नवंबर, १९८४ में मैक्सिको शहर स्थित डी.ई.ए. कार्यालय में ऐसी सूचनाएं आने लगीं कि चिहुआहुआ रेगिस्तान के एक बड़े क्षेत्र में गांजे की खेती की जा रही है तथा वहीं एक प्रशोधन प्रयोगशाला भी स्थापित की गयी है । मैक्सिको और अमरीकी अधिकारियों ने मिलकर पांच दिन बाद उस खेती पर छापा डाला । वहां उन्हें सिंचित खेत, बड़ी-बड़ी बैरके और पत्ती सुखाने के शेड मिले । लगभग उसी समय उन्होंने दो अन्य गांजा-फार्मों का पता लगाया । वह एक अविश्वसनीय दृश्य था – एक ही स्थल पर उच्च कोटि का १० हजार टन गांजा मौजूद था । भांग के वे खेत मुख्यतः कार्लो क्विटेरो के थे, जो डी.ई.ए. की सावधानी के कारण इससे पहले सान लुई पोटोसी तथा ज़कातेकास में भारी घाटा उठा चुका था ।

ग्वादालाजारा में १८ बड़े मादक द्रव्य माफिया गिरोहों के अड्डे थे और वह तेजी से संसार का सर्वप्रमुख मादक द्रव्य तस्करी केन्द्र बनता जा रहा था । मैक्सिको के मादक द्रव्य सौदागर अब इस कठोर यथार्थ को समझते जा रहे थे कि यदि उन्होंने ग्वादालाजारा में डी.ई.ए. के एजेंटों को न कुचला तो वे मादक द्रव्यों के व्यापार में मुनाफा नहीं कमा सकेंगे ।

माफिया की चोट


अब माफिया ने वापस चोट करने का फैसला किया । जनवरी, १९८५ में उन्होंने डी.ई.ए. के एक एजेंट की खड़ी हुई कार को ३० राउंड गोलियों से छलनी कर दिया । माफिया ने मैक्सिको की संघीय पुलिस के साथ एक समझौता किया, जिसके अनुसार पुलिस ने माफिया को मैक्सिको स्थित डी.ई.ए. एजेंटों की शिनाख्त करा दी । मैक्सिको की संघीय पुलिस के अध्यक्ष मैनुअल इबारा हेरेरा और फैडरेल्स नामक सशस्त्र बल के मुख्य कमांडेंट अमान्डो पेवन रेयेस को मादक द्रव्य सौदागरों की ओर से नियमित वेतन मिलता था । उन्होंने इन सौदागरों को यह समझा दिया कि ग्वादालाजारा स्थित डी.ई.ए. एजेंटों में उनका सबसे कट्टर शत्रु एनरिक कामारेना है, जिसका छद्म नाम किकि था । एनरीक मैक्सिको से मादक द्रव्य तस्करी समाप्त करने पर तुला हुआ था ।

७ फरवरी १९८५ बृहस्पतिवार को दिन में २ बजे एनरीक ग्वादालाजारा के अमरीकी कौंसलेट भवन से निकलकर अपने पिकअप ट्रक की ओर बढ़ा । उसने अपनी चाबी से चोर-अलार्म बंद किया और दरवाजा खोला, लेकिन ड्राइवर की सीट तक पहुंचने तथा दोतरफा रेडियो हाथ में उठाने से पहले ही (जिससे कि वह शहर के अन्य डी.ई.ए. एजेंटों को दुर्घटना की सूचना दे पाता) उसे पांच व्यक्तियों ने घेर लिया, जिनमें एक मादक द्रव्य तस्कर, दो जैलिसको राज्य के पुलिसकर्मी तथा दो पेशेवर हत्यारे थे । उनमें से एक-सैमुएल रामीरेज़ राज़ो ने उसे मैक्सिको गृह मंत्रालय की गुप्तचर पुलिस फैडरल सिक्योरिटी डायरेक्टोरेट (संघीय सुरक्षा निदेशालय) का प्रतीक चिह्न (बैज) दिखाया । डी.ई.ए. के एजेंट जानते थे कि संघीय सुरक्षा निदेशालय वस्तुतः मैक्सिको के मादक द्रव्य सौदागरों की प्राइवेट सेना है ।

रामीरेज़ ने एनरीक से कहा कि कमांडेंट उससे मिलना चाहता है । एनरीक को अपनी जान के खतरे का अहसास होने से पहले ही उन लोगों ने उसे धर दबोचा और अटलांटिक फॉक्सवैगन में पटक दिया । रामीरेज़ ने एनरीक के सिर पर एक जॉकेट डाल दी और ड्राइवर गाड़ी को दौड़ाने लगा ।

डी.ई.ए. ने अगले दिन मैक्सिको सरकार को सूचित किया कि उसका एक एजेंट गायब हो गया है और उससे ऐसा कड़ा प्रबंध करने को कहा कि कोई भी मादक-द्रव्य सौदागर देश छोड़कर न जाने पाये, परंतु मैक्सिको पुलिस ने एनरीक की व्यापक तलाश करने के बजाय डी.ई.ए. को गुमराह किया तथा कुख्यात मादक द्रव्य सरदारों को देश से बाहर जाने दिया । डी.ई.ए. एजेंटों द्वारा सुराग मिलने पर संघीय पुलिस के मुख्य कमांडेंट पेवन रेयेस को हवाई अड्डे पर संभाल लिया, परंतु क्विन्टेरो को गिरफ्तार करने के बजाय वह उसे गले मिला और ६करोड़ मैक्सिकन पैसो (लगभग २,७०,००० डॉलर) की घूस का आश्वासन मिलने पर उसने उस तस्कर को मैक्सिको से बाहर जाने दिया ।

इसी प्रकार १४ फरवरी को डी.ई.ए. के एजेंटों ने पता लगाया कि होंडुरास का तस्कर तथा कोकीन की तस्करी में फैलिक्स गैलार्डो का सहयोगी जुआन मट्टा बैलेस्तेरोस मैक्सिको नगर के एक उपनगर में है । उन्होंने संघीय पुलिस निदेशक इबर्रा को उसके छिपने के स्थान का पता बता दिया, परंतु इबार्रा ने उसे नहीं पकड़ा और इतना ही नहीं, दो दिन बाद मैक्सिको से भाग जाने दिया ।

यातना की कहानी


५ मार्च की शाम को एक तरुण ग्रामीण जब एक पशुपालन केन्द्र के पीछे से गुजरा तो उसे हवा के झोंके के साथ सड़े हुए शव की दुर्गंध आयी । सड़क से कुछ गज की दूरी पर उसे प्लास्टिक के दो बड़े से थैले एक झाड़ी-रहित स्थल पर दिखायी दिये । उसने इस बारे में स्थानीय पुलिस अध्यक्ष को तुरंत सूचित कर दिया । थैलों से पुलिस ने दो लाशें बरामद कीं, जो सड़ने के कारण काली पड़ गयी थीं । यह जानकारी फौरन ही मुख्य कमांडेंट पेवन रेयेस को दे दी गयी, परंतु उसने डी.ई.ए. को इस बारे में सूचित नहीं किया ।

अगले दिन सवेरे ७ बजे मैक्सिको टेलीविजन ने यह समाचार प्रसारित किया कि सड़क के किनारे से प्राप्त दो थैलों से एनरीक कामारेना तथा विमान चालक जावाला की लाशें मिली हैं । जावाला का अपहरण एनरीक के अपहरण के दो घंटे बाद किया गया था । वह मैक्सिको का विमान चालक था । उसके अपहरण तथा यातना और हत्या के पीछे यह कारण था कि वह पिछले कुछ समय से डी.ई.ए. के लिए अंशकालीन विमान चालक के रूप में काम कर रहा था ।

हत्या से पहले एनरीक को बर्बरतापूर्वक यातनाएं दी गयीं । उसकी छाती के बायीं ओर की तीन पसलियां टूटी हुई थी । उसकी गुदा में ऐसे चिह्न थे कि उसमें कोई वस्तु, संभवतः लकड़ी, ठूसी गयी थी । उसकी खोपड़ी का बायां भाग भीतर को धंस गया था । उसके हाथ-पांव कसकर बांध दिये गये थे और उसके शरीर पर घुड़सवारों द्वारा पहनी जाने वाली कमीज थी । उसका शव परीक्षण करने वाले डाक्टरों को संदेह था कि उसे जिंदा ही दफना दिया गया था तथा बाद में उसका शव जमीन में से निकालकर जल्दी-जल्दी में सड़क के किनारे पटक दिया गया था ।

सच्चाई छिपाने की कोशिश


संयुक्त राज्य अमरीका की सरकार को इस बारे में तनिक संदेह न था कि एनरीक कामारेना के अपहरण, उसे सताये जाने और उसकी हत्या के पीछे मैक्सिको पुलिस की सहमति तथा सक्रिय मदद थी । उसने अपना यह निष्कर्ष मैक्सिको सरकार के सामने रख दिया । इसके परिणामस्वरूप जैलिसको प्रांत के सात पुलिसकर्मियों तथा छः भूतपूर्व पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया । गिरफ्तार किये गये लोगों में हत्याओं की छानबीन करने वाले दस्ते का कमांडेंट ग्रैब्रिएल गोंजालेज भी था । जैलिसको सरकार की ओर से एनरीक की हत्या के मामले की छानबीन उसने ही की थी ।

मैक्सिको के अधिकारी गोंज़ालेज़ को जीवित रहने देते तो वह सच्चाई प्रकट कर सकता था । वह अगले दिन शाम तक ही मर गया । उसकी शव परीक्षा से ज्ञात हुआ कि उसकी मृत्यु भारी रक्तस्राव के कारण हुई । इससे यह संकेत मिलता है कि उसकी हत्या पिटायी से हुई । गिरफ्तार किये गये दो अन्य पुलिसकर्मियों ने यह स्वीकार किया कि एनरीक के अपहरण में वे भी शामिल थे तथा एक तीसरे पुलिसकर्मी ने कहा कि वह भी एनरीक के अपहरण में शामिल था ।

जब मैक्सिको की सरकार दोषी व्यक्तियों का पता लगाने और उन्हें सजा देने में विफल हो गयी तो जांच का काम अमरीका सरकार ने अपने हाथ में ले लिया । अमरीका के न्याय विभाग ने ६ जनवरी १९८८ को लॉस एंजिल्स में एक मुकदमा दायर किया और एनरीक की हत्या के लिए ९ व्यक्तियों के विरुद्ध आरोप-पत्र दाखिल किये, जिनमें कारो क्विन्टेरो, फोन्सेका और पेवन रेयेस भी शामिल थे । उस वर्ष सितंबर के अंत में लॉस एंजिल्स की संघीय अदालत में एक जरी ने जैलिसको के भूतपूर्व पुलिसकर्मी राउल लोपेज़ अलवारेज, कारो क्विन्टेरा के एक सहकर्मी रेने मार्टिन वर्दगो उरक्यूइदेज तथा लॉस एंजिल्स के एक मादक द्रव्य तस्कर जीसस फैलिक्स गुटिएररेंज़ा को एनरीक कामारेना की हत्या में सहयोग देने के लिए दोषी ठहराया ।

मैक्सिको में मादक द्रव्य तस्करी के दुर्ग में सेंध लगाने में सबसे बड़ी सफलता अप्रैल, १९८९ के मध्य मंव उस समय मिली, जब मैक्सिको सरकार मादक-द्रव्य निरोधक एजेंटों के एक विशिष्ट दस्ते (एलीट स्क्वैड) ने देश के चोटी के तस्कर मिगेल एंजेल फैलिक्स गैलार्डो को बंदी बनाया । गैलार्डो ग्वादालाजारा मादक द्रव्य माफिया का बेताज बादशाह रहा है । वह हर महीने संयुक्त राज्य अमरीका में तस्करी से चार टन कोकीन भेजता था । मैक्सिको के भ्रष्ट पुलिस अधिकारी उससे डरते और उसका बचाव करते थे । उसने अपना मादक द्रव्य साम्राज्य १५ वर्ष तक अबाध रूप से चलाया ।

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