रहस्यमय स्पेनिश सैनिक | Mysterious Spanish Soldier
घटना २५ अक्तूबर, १५९८ की है । इस दिन अचानक ही मैक्सिको सिटी में एक अजीब-सी हलचल मच गई थी । एक हैरान-सा स्पेनिश सैनिक अचानक ही मुख्य बाजार में देखा गया । लगता था, जैसे वह आकाश से टपका या जमीन से निकला हो । लोगों ने उस स्पेनिश सैनिक को घेर लिया । वह हैरान तथा परेशान सैनिक आंखें फाड़े हर एक को घूर रहा था, जैसे उसकी समझ में कुछ नहीं आ रहा हो । वास्तव में मैक्सिको सिटी में अचानक देखे जाने वाले हैरान-परेशान स्पेनिश सैनिक का किस्सा बड़ा ही अजीब तथा अविश्वसनीय था । वह जो बताता था, उस पर यकीन करना बहुत ही मुश्किल था ।
मनीला, (फिलीपाइंस) मैक्सिको सिटी से नौ हजार मील दूर था । मनीला में से पलक झपकते ही वह सैनिक नौ हजार मील दूर मैक्सिको सिटी में कैसे पहुंचा था, यह उसे स्वयं मालूम नहीं था । मैक्सिको सिटी में अचानक ही प्रकट हुए स्पेनिश सैनिक इतिहास का अपने ढंग का अकेला विलक्षण मामला है । हजारों मील की दूरी से मन के भावों का आदान-प्रदान को वैज्ञानिकों की भाषा में टेलीपैथी कहते हैं । अतीन्द्रिय शक्ति से मन के भावों को तरंगों मे बदल कर पलों में हजारों मील दूर पहुंचाया जा सकता है । मगर क्या यह संभव है कि कोई इंसान टेलीपैथी की तर्ज पर सशरीर हजारों मील दूर पहुंच जाए ?
स्पेनिश सैनिक का मामला ऐसा ही था । यहां यह भी उल्लेखनीय है कि १५९८ में फिलीपाइंस पर स्पेन का कब्जा था । मैक्सिको सिटी में एकाएक प्रकट होने वाला सैनिक मनीला में तैनात सैनिकों में से एक था । स्पेनिश सैनिक की बाद में पुष्टि हो गई थी ।
मैक्सिको सिटी में प्रकट होने से कुछ पल पहले ही स्पेनिश सैनिक मनीला स्थित गवर्नर के निवास स्थान के बाहर तैनात था । स्पेनिश सैनिक की कहानी के अनुसार, विद्रोहियों ने अचानक धावा बोल कर गवर्नर की हत्या कर दी थी । जब गवर्नर की हत्या की गई, तो सदमे से स्पेनिश सैनिक को यूं लगा था, जैसे किसी ने उसे एक लंबी सुरंग में फेंक दिया हो । इसके बाद उसने स्वयं को हजारों मील दूर मैक्सिको सिटी में पाया ।
डीप्ट्रोटॉन का चित्र | Diprotodon In Australia
डीप्ट्रोटॉन, यह नाम उस गैंडे के समान प्राणी का है, जिसका लगभग ६ हजार साल पहले पृथ्वी पर अस्तित्व हुआ करता था । शीत युग के समय में आदि मानव द्वारा रहने के लिए प्रयोग की गई गुफाओं में इस अद्भुत प्राणी के अनेक चित्र आज भी यूरोप में यदा-कदा खोजी गई पहाड़ियों और गुफाओं में मिलते हैं।
वैसे तो आदिमानव द्वारा पशुओं के चित्र गुफाओं और चट्टानों पर उकेरना कोई खास बात नहीं थी, परंतु आस्ट्रेलिया में एक चट्टान पर उकेरा गया चित्र हर किसी के लिए एक प्रश्न चिन्ह बना हुआ है ।
वैज्ञानिकों को उस समय बड़ा विस्मय और ताज्जुब हुआ, जब उन्होंने उत्तरी केन्स, क्वीन्सलँड (आस्ट्रेलिया) में एक चट्टान पर आदिमानव द्वारा उकेरा गया चित्र देखा । इस चित्र में उक्त ‘डीप्ट्रोटॉन’ नामक प्राणी दिखाया गया है, जो वैज्ञानिकों के अनुसार आस्ट्रेलिया की धरती पर कहीं पाया ही नहीं जाता था । परंतु सबसे आश्चर्य की बात तो यह थी कि उक्त कथित चित्र में इस प्राणी ‘डीप्ट्रोटॉन’ के गले में रस्सी बंधी दिखाई गई है, जो इस बात का सबूत है कि न सिर्फ ‘डीप्ट्रोटॉन’ नामक यह प्राणी आस्ट्रेलिया भू-भाग में पाया जाता था, वरन वहां के रहने वाले इसे पालतू भी बना चुके थे ।
ये प्रश्न तो अभी तक समय के रहस्य में ही छिपे हैं कि वे ऐसा कैसे कर पाए और वे उसे पालतू किस वजह से बनाते थे ?