दूसरी दुनिया के रहस्यमय हरे रंग के बच्चे | Mysterious Green children
सन १८८७ में स्पेन के कुछ किसानों ने खेतों में फसल काटते समय पास की पहाड़ी के नीचे खड़े दो बच्चों को देखा । बच्चों ने रबड़ जैसे पारदर्शक कपड़े पहन रखे थे । उनके शरीर का रंग बिलकुल हरा था । स्पेन के बंजोस गांव के वे सभी किसान इनकी अजीब तरह की भाषा नहीं समझ सके । गांव वालों ने स्थानीय पादरी से सम्पर्क किया, जो इन बच्चों को बार्सेलोना के करीब न्यायाधीश रिकार्ड ड्यू काल्नों के पास ले गया ।
न्यायाधीश काल्नों के बच्चों को पका हुआ मांस और डबल रोटी खाने के लिए दी, लेकिन आशंकित बच्चों ने भोजन को छुआ तक नहीं । पांच दिन भूखे रहने के बाद अचानक उनकी नजर एक टोकरी पर पड़ी, जिसमें सेम के कच्चे दाने भरे हुए थे । बच्चों ने सेम के दानों को बड़े चाव से खाया । अगले चार सप्ताह उन्होंने केवल सेम खाया और जल लिया । दोनों बच्चों में छोटा वाला आखिर कमजोर पड़ गया और उसकी मृत्यु हो गई ।
आठ वर्षीय बच्ची न्यायाधीश रिकार्ड ड्यू काल्नों के यहां सेम और हरी सब्जियों पर पलने लगी । उसने थोड़ी स्पेनिश भाषा भी सीखी, फिर उसने बताया कि उसकी दुनिया में सूरज जैसी कोई वस्तु नहीं है, फिर भी हर समय चांदनी छाई रहती है । जब उससे पूछा गया कि वे उस पहाड़ी की तलहटी वाली जगह पर कैसे आए, तो उसने बताया कि एक विशाल धमाके के साथ उन दोनों ने अपने आप को इस बाहरी जगत में पाया ।
अगले पांच वर्षों में उस बच्ची की त्वचा और बालों का हरा रंग भी फीका पड़ने लगा था और उसके शरीर का विकास भी रुक गया था । न्यायाधीश काल्नों ने बच्ची को बाहर के लोगों से हमेशा सुरक्षित रखा । एक डॉक्टर और पादरी की विशेष व्यवस्था कर दी गई थी । दोनों व्यक्तियों की राय में उस बच्ची की त्वचा का रंग ही हरा था, कोई बाहरी कवच नहीं था ।
वे कौन थे, कहां से आए थे यह आज भी एक रहस्य बना हुआ है । स्पेन के बंजोस कस्बे में आज भी उन छोटे हरे बच्चों की पास-पास बनी कब्रें देखी जा सकती हैं ।