कीमिया (सस्ती धातुओं को स्वर्ण में बदलने का विज्ञान) | Kimiya

%25E0%25A4%2595%25E0%25A5%2580%25E0%25A4%25AE%25E0%25A4%25BF%25E0%25A4%25AF%25E0%25A4%25BE
कीमिया – Kimiya
(सस्ती धातुओं को स्वर्ण में बदलने का विज्ञान)

कीमिया (Alchemy)
एक
प्राचीन दर्शन
तथा व्यवसाय था जिसमें कुछ
सस्ती
धातुओं
को
 स्वर्ण में बदलने का प्रयत्न किया जाता
था।

कीमिया दीर्घायु
होने के लिये
अमृत के निर्माण का प्रयत्न तथा अनेक ऐसे पदार्थ बनाने का प्रयत्न किया जाता था जो
असाधारण गुणों वाले हों।

कीमिया शब्द पुरानी फारसी से आया है जिसका शाब्दिक अर्थ सोना (स्वर्ण) होता है। उर्दू
 भाषा में रसायन शास्त्र को भी कीमिया कहा जाता है। कीमिया का अर्थ परिवर्तन का महाविज्ञान भी होता है |

भारत में नागार्जुन  ने अनेक रासायनिक
प्रक्रियाओं की खोज की थी। ऐसा कहा जाता है कि निम्नकोटि की धातुओं को सोने
(स्वर्ण) में परिवर्तित करने
(कीमिया) में उन्होंने सफलता प्राप्त कर ली थीं।

तांबे को स्वर्ण बनाने का कार्य हिन्दुस्तान
में
बहुत से लोगो ने किया पर सबसे बड़ी चुनौती है तांबे की आवाज | तांबे को स्वर्ण
की तरह बनाने पर भी तांबे की आवाज को रोकने मे असफल रहे है
|

ऋषियों की खोज में कीमिया क सर्वोपरी विज्ञान रहा है । पर आमतौर से कीमिया को स्वर्ण
निर्माण का विज्ञान ही माना जाता है । पूरे हिन्दुस्तान में वर्तमान समय में करोड़
लोग स्वर्ण निर्माण
के काम में लगे है  पर कहीं किसी को सफलता
मिली हो दिखाई नहीं देता है ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *