टैरो कार्ड हिंदी | टैरो कार्ड रीडिंग कैसे सीखे | टैरो कार्ड यस और नो हिंदी | Tarot Card Reading Free | Tarot Card Hindi
यह विस्तार से स्पष्ट किया जा चुका है कि मिस्र के बाहर अथवा पर्शिया में बंजारों या जिप्सियों के बीच पैदा होकर प्रचलित होने वाले ‘अटाउट्स’ ताश जब सन् १३०० ई. में यूरोप होते हुए फ्रांस पहुंचे तो वहां के ज्योतिषविदों और भविष्यवक्ताओं ने उनका प्रयोग-उपयोग अपने ढंग से आरम्भ किया ।
आज की दुनिया में बहुचर्चित फ्रांसीसी भविष्यवक्ता नास्त्रडैमस भी उनमें से एक था । इन भविष्यवक्ताओं, अध्येताओं ने मेहमान ताश की परम्परागत गड्डी के सर्वथा अलग दिखने वाले मूल २२ ताशों पर पूरी लगन व मेहनत से काम करना आरम्भ किया और धीरे-धीरे पूरा फ्रांस इस विद्या की गिरफ्त में आता चला गया ।
ताश के ये बाईस पत्ते निम्नांकित हैं जिन पर विविध प्रकार के चित्र अंकित हुआ करते थे –
१. जादूगर २. पुजारिन ३. साम्राज्ञी ४. सम्राट ५. धर्माधिकारी ६. प्रेमी-युगल ७. रथ ८. न्यायाधिश ९. साधू या फकीर १०. सौभाग्य-चक्र ११. अशक्त शेर १२. अपराधी या बलि १३. नरकंकाल या मृत्यु १४. अस्थि-कलश १५. शैतान या तूफान १६. टूटती मीनार १७. मैगी तारा १८. चंद्रमा १९. सूर्य २०. आखिरी फैसला २१. मैगी का मुकुट २२. मूर्ख इंसान
ताश के इन मूलभूत पत्तों पर ही उस समय की भविष्य कथन परंपरा आधृत थी | कीरो का अंक शास्त्र भी इनके उपयोग पर बल देता है | कीरो ने इस ताश के अंको का विस्तृत उपयोग किया है | इन विद्वानों के मतानुसार इन पत्तों का विस्तृत विश्लेषणा यहा दिया जा रहा है –
१ जादूगर | The Magician Tarot Card
परंपरागत प्राचीनकालीन ताश की गड्डी का यह पहला ताश है, जिस पर एक जादूगर का चित्र मुद्रित है | जादू का खेल दिखाता जादूगर ब्रह्मा, सृष्टि-निर्माणकर्ता का प्रतीक है जो अपनी मानस अथवा विचार-शक्ति द्वारा सृष्टि अथवा ब्रम्हांड की रचना करता है और जो समस्त वैचारिक तथा भौतिक शक्तियों द्वारा नियंता, नियामक है |
इस तरह का यह पहला पत्ता सृजनात्मक/रचनात्मक सर्जना-शक्ति, दृढ-इक्छा शक्ति, कामनाओ और सफल पूर्ति का प्रतीक है | इस पत्ते से भौतिक शक्तियों अथवा ऐसे बलों के ऊपर पूर्ण नियन्त्रण करना भी ध्वनित होता है, जो व्यक्ति की सफलता व कामना-पूर्ति के लिए रास्ते खोलते हैं । प्रायः यह ताश भौतिक सुख सफलता प्रदान करता है ।
जब यह ताश उल्टा निकलता है, तब उपरोक्त अर्थ-संकेत भी उलट जाते हैं । उस स्थिति में यह ताश सृजन का नहीं, विनाश का प्रतीक बन जाता है ।
२ पुजारिन | The High Priestess Tarot Card
ताश के इस दूसरे पत्ते पर मिस्री पुजारिन का चित्र अंकित है। यह चित्र या ताश मिस्र की देवी सोफिया का प्रतीक है और सृजनात्मक संकल्प-शक्ति के साथ ही रचनात्मक कल्पनाशीलता की ओर संकेत करता है । मिस्र में इस देवी को ‘आइसिस’ अथवा ‘माया’ के नामों से भी जानते-पुकारते हैं ।
यह पत्ता ज्ञान-मार्ग पर चलने वाले गम्भीर वृत्ति के अध्येता, साधक को प्रस्तुत करता है। सृजनात्मक शक्ति के साथ-साथ यह पत्ता आकर्षण-विकर्षण, यौनपरक आचार-संहिता अथवा नियमों, अच्छी कल्पनाशीलता और प्रेम का भी प्रतीक है ।
खींचने पर निकला उल्टा पत्ता विपरीत अर्थ देगा ।
३ साम्राज्ञी | The Empress Tarot Card
ताश के इस तीसरे पत्ते पर पूरे वैभव के साथ सिंहासनारूढ़ ‘साम्राज्ञी’ का चित्र अंकित है । हाथ में दण्ड लिए यह महिला दैवीय अथवा ईश्वरीय संकल्पों, इच्छाओं और कल्पनाशीलता का प्रथम साकार रूप मानी जाती है । मिस्र में इसे यूरेनिया के नाम से पुकारते हैं ।
प्रतीकार्थ की दृष्टि से यह ताश व्यक्ति की वैचारिक शक्ति, चिन्तनशीलता, उसकी सर्जनात्मक शक्ति एवं सामर्थ्य, उसके सद्भावमूलक सम्बन्धों के विस्तार, समृद्धि एवं सम्पन्नता को ध्वनित करता है ।
यह एक अच्छा, शुभ फलदायी पत्ता माना जाता है । उल्टा निकलने पर अर्थ-संकेत अशुभ फलदायी हो जाते हैं ।
४ सम्राट या बादशाह | The Emperor Tarot Card
आदिकालीन इस चौथे ताश पर सिहासनारूढ़, हाथ मे राजदण्ड लिए, पूरी राजकीय वेषभूषा मे ‘सम्राट’ या ‘बादशाह’ का चित्र अंकित है ।
यह ताश दृढ़ता, स्थायीत्व, लक्ष्य प्राप्ति से उत्पन्न खुशी का संकेत करता है । भौतिक तथा सांसारिक उपलब्धियों, सद्गुणों के फलों की जीवन्त अनुभूति कराने में सक्षम यह पत्ता समस्याओं के तार्किक विश्लेषण, बहस और उनके समाधान का प्रतीक है । अच्छे व्यवसाय और सुदृढ़ नींव देने वाला यह पत्ता सांसारिक तथा भौतिक उपलब्धियों की गारण्टी देता है ।
लेकिन यही ताश जब उल्टा खिंचकर निकलता है तो इन्हीं क्षेत्रों में परेशानियों, उलझनों और समस्याओं को और सघन कर देता है ।
५ स्वामी या पुजारी अथवा धर्माधिकारी | The Hierophant Tarot Card
सिर पर ऊंचा मुकुट, एक हाथ में उपासना में प्रयुक्त होने वाले अथवा जादुई शक्ति सम्पन्न धर्म-दण्ड लिए, दूसरा हाथ आशीर्वाद की मुद्रा में उठा हुआ, पीठासीन धर्माधिकारी के चित्र से अंकित इस पांचवें ताश में उसके सम्मुख दो व्यक्ति हाथ जोड़े कुछ निवेदन करते या आशीष-प्राप्त करने की मुद्रा में खड़े हैं।
यह ताश शाश्वत् आचार-संहिता, धर्म, अनुशासन, नीतिपरक कथनों, उपदेशों, ईश्वरीय निर्देशों/आदेशों, शिक्षा और शिक्षण कार्यों की ओर संकेत करता है । स्वतन्त्रता-मूलक सामाजिक नियम-कानूनों का प्रतीक यह ताश स्वतन्त्रतामूलक नियमों, कानूनों का नियमन कराता है ।
उल्टा निकलने पर यह ताश अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण दुर्व्यवस्था की ओर संकेत करेगा ।
६ प्रेमी युगल | The Lover Tarot Card
प्रेमी युगल कहलाने वाले इस ताश को देखें – ताश में दो युवा महिलाओं के साथ बीच में एक युवा पुरुष खड़ा हुआ है । ऊपर आकाश में सूर्य चमक रहा है । सूर्य अथवा प्रकाश-वृत्त में उड़ती हुयी काम देवी का चित्र है । इस देवी के दो पंख हैं । हाथ में एक तीर चढ़ा धनुष है । वह देवी नीचे खड़े प्रेमी युगल पर प्रणय-पुष्पों से निर्मित तीर छोड़ने को तैयार है ।
यह ताश आपके विवेक, सूझबूझ, अच्छे बुरे की पहचान-शक्ति की ओर संकेत करता है । प्रतीक रूप में यह विशेषाधिकारों, कर्त्तव्यों, दायित्वों, प्रवृत्तियों और रुचियों के साथ-साथ यौन-सम्बन्धों की अभिव्यक्ति करता है । प्रणय के क्षेत्र में यह सफलतादायी ताश है ।
ताश उल्टा निकलने पर यह एक ऐसे व्यक्ति को प्रस्तुत करता है जो लापरवाह आलसी, विवेकहीन, कुरुचि-सम्पन्न, दुष्ट प्रवृत्तियों से युक्त अविवाहित है, अथवा वैवाहिक सम्बन्धों के टूट जाने अथवा जीवन-साथी की मृत्यु के कारण अकेला रह गया है ।
७ रथ | The Chariot Tarot Card
ताश के इस सातवें पत्ते पर एक रथ अपने सवार के साथ चित्रित है । योद्धा की वेशभूषा पहने इस सवार के सिर के ऊपर दोनों और पांच-पांच सितारे चमक रहे हैं । घोड़ों के स्थान पर रथ में दो स्त्रियां जुती हुयी हैं ।
उपरोक्त चित्र से युक्त यह ताश जीवन के सात महत्त्वपूर्ण नियमों की विलक्षण ज्ञान-प्रतिमा, जबरदस्त आकर्षण-शक्ति, बोध-प्रक्रिया, तीव्रतर संवेदनशीलता और आकांक्षाओं की पूर्ति का संकेत देता है ।
उल्टा खिंचकर निकला पत्ता पूरी तरह से विपरीत फल-संकेतक हो जाता है।
८ न्यायविद् अथवा न्यायाधीश | The Justice Tarot Card
गड्डी के इस आठवे ताश के पते पर न्याय-पीठासीन न्यायाधीश का चित्र अंकित है । उसके एक हाथ में विवाद को हल करने हेतु किसी भी प्रकरण पर दोनों पक्षों को सुनकर आय के निमित्त वाद पर अपना निर्णय देने का प्रतीक ‘तराजू’ है, जिस पर न्याय हेतु बाद के पक्ष-विपक्ष को तोला जा सके । न्यायविद या न्यायाधीश के दूसरे हाथ मे नंगी तलवार है जो दण्ड-प्रक्रिया की प्रतीक है ।
इस प्रकार ताश का यह आठवा पत्ता प्रतिकार, प्रतिशोध और पाप-कृत्यों के परिणामो, फैसलों-विशेष रूप से, अदालती दण्ड-प्रक्रिया, कार्यवाही और फैसलों की ओर संकेत करता है । साथ ही यह ताश तर्क-शक्ति, तार्किक क्षमता के बावजूद व्यक्ति में मौजूद विनम्रता, संयमशीलता जैसे गुणों की प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति करता है । प्रायः यह ताश स्वाभाविक न्याय-प्रक्रिया को प्रस्तुत करता है । अतः निष्पक्ष निर्णय-शक्ति का प्रतीक है |
९ साधू या फकीर या भिक्षुक | The Hermit Tarot Card
ताश के इस नवे पत्ते पर एक वृद्ध फकीर या भिक्षुक का चित्र अंकित है । सिर से लबादा ओढ़े इस भिक्षुक के एक हाथ में लाती और दूसरे हाथ में एक बँकी हुयी लालटेन या लैम्प है । पैसे के पास, लाठी और लबादे के बीच कुण्डली मारे एक सांप फन उठाये बता है ।
प्रतीक रूप में यह ताश ईश्वर के अवतार, विवेकशीलता, दूरदर्शिता, सदैव सतर्क-सचेत रहने वाले व्यक्ति को प्रस्तुत करता है । विज्ञान, खोज या आविष्कारों, वर्गीकरण, चयन आदि की प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति देता है ।
उल्टा निकलने पर यह ताश विपरीत परिणामों की घोषणा करता है।
१० सौभाग्य चक्र | The Wheel Tarot Card
गड्डी के इस दसवें ताश पर अंकित चित्र को देखें – नौकाकार स्टैण्ड पर आठ तीलियों का एक विशाल चक्र लगा हुआ है । इस चक्र के दोनों ओर परिधि पर दो व्यक्ति लिपटे हुये हैं जिनके सिर एक-दूसरे के विपरीत हैं । प्रत्येक का एक हाथ चक्र से लिपटा हुआ है । दूसरे हाथ में त्रिशूल जैसी कोई वस्तु है । ऊपर चक्र के शीर्ष के ऊपर पंख-युक्त सौभाग्य की देवी हाथों में फूलों का हार अथवा ताज लिए प्रतीक्षारत है । स्टैण्ड के आधार-दण्ड पर नीचे दो सांप एक-दूसरे की ओर फन काढ़े लिपटे हुए हैं ।
इस ताश को, अंकित चित्र के कारण ही, ‘सौभाग्य-चक्र’ कहा जाता है । कुछेक पुराने मनीषियों/आचार्यों ने इस ताश को ‘स्फिंक्स’ कहकर भी सम्बोधित किया है । कहते हैं, अत्यन्त प्राचीनकालीन रोमन और मिस्री-सभ्यता के दौरान इस ताश पर ‘स्फिंक्स’ का चित्र अंकित हुआ करता था । इन दोनों ही स्थानों के लोग इस देवता की उपासना किया करते थे, जिसका सारा धड़ शेर का, सिर आदमी-विशेष रूप से महिला-का परिकल्पित था ।
मिस्र के पिरामिडों पर प्रायः इन्हें बाहर पर्वत-शिलाखण्ड पर तराशा अथवा अंकित किया जाता था ।
प्रतीक रूप में यह ताश नैतिकतापरक कानूनों, क्रान्ति, प्रसार, नियतकालिकता की ओर संकेत करता है । साथ ही यह ताश एक ऐसे सफल व्यक्ति की ओर संकेत करता है जो समाज में सुप्रतिष्ठित है, जिसे मान-सम्मान प्राप्त है । यह ताश व्यक्ति के आत्म-विश्वास, उसकी विश्वसनीयता जीवन के उतार-चढ़ाव की ओर इंगित करता है ।
यह ताश यह भी बताता है कि सम्बन्धित व्यक्ति का नाम मरने के बाद भी शेष रह जायेगा-लोग उसकी बुराई या अच्छाई के चलते उसका नाम याद करेंगे । भावी सफलता, इच्छाओं की पूर्ति में यह ताश सहायक होता है । सफलता निश्चित ही मिलती है ।
११ अशक्त शेर | The Strength Tarot Card
ताश के ग्यारहवें पत्ते पर एक बब्बर शेर या सिंह और हैट और फ्रांसीसी पोशाक पहने एक युवती का चित्र अंकित है। सिंह बूढा, अशक्त और मजबूर दिखायी देता है । उसके दांत और पंजों के नाखून तोड़ दिये गये हैं । ऐसे सिंह के पीछे युवती खड़ी है, उसे देख रही है ।
प्रतीक रूप में यह ताश ताकत, मानसिक तथा अन्य शक्तियों पर पूर्ण नियन्त्रण, दृढ निश्चयात्मकता, विजय, प्रभुत्व, शक्ति के उपयोग का दिशा-निर्देश और उसकी सामर्थ्य, जीवन-शक्ति और किसी भी क्षेत्र में पूर्ण ज्ञान एवं निश्चित सफलता प्रदान करता है ।
कीरो के अनुसार, यह ताश छिपे हुये खतरों, विश्वासघात और दोषारोपण की चेतावनी देता है और ऐसे व्यक्ति को प्रस्तुत करता है, जिसे अपने जीवन में बहुत अधिक संघर्ष करना होगा, बहुत-सी परेशानियां झेलनी होंगी ।
१२ अपराधी या बलि | The Hanged Man Tarot Card
ताश के इस बारहवें पत्ते पर बनी चौखट से एक व्यक्ति उल्टा लटक रहा है । उसका एक पैर ऊपर की लकड़ी से बंधा है, दूसरा स्वतन्त्र है । लटके हुए इस आदमी के हाथ पीछे पीठ पर बंधे हुये हैं ।
इस ताश को ‘बलि’ अथवा सजायाफ्ता मुजरिम कहकर भी पुकारा जाता है । लोग इसे ‘कुर्बानी’ की संज्ञा से भी विभूषित करते हैं । प्रतीक रूप में यह ताश सामाजिक-आध्यात्मिक पतन, भ्रष्टाचरण, विपरीत सोच और आचरण, पराजय, अकर्मण्यता, हास, पागलपन, विध्रुवण, आकर्षण की समाप्ति और नुकसान का संकेत करता है ।
कीरो के अनुसार, यह ताश मानसिक परेशानियों तथा यातनाओं की ओर इशारा करता है कि इस ताश को निकालने वाला व्यक्ति दूसरों की खातिर अथवा दूसरे लोगों की योजनाओं की खातिर अपने-आपको कुर्बान कर देगा ।
भावी घटनाओं के सन्दर्भ में यह ताश सफलता के मार्ग में आने वाली बाधाओ मुसीबतों, आपदाओं और उनके कारणस्वरूप प्राप्त होने वाली सम्भावित असफलता, पराजय या हानि का संकेत करता है ।
१३ नरकंकाल या मृत्यु | The Death Tarot Card
ताश के इस तेरहवे पत्ते पर एक नरकंकाल चित्रित है । यह कंकाल एक खेत को हल से जोत रहा है । खेत में छोटी-छोटी घास उगी हुयी है जिसमें से अनेक युवा चेहरे सिर उठा रहे हैं ।
इस चित्र का प्रतीकार्थ है – मृत्यु, जो खेत रूपी विश्व में निरन्तर हल चला रही है । और उसके चारों तरफ निरन्तर नये शिशु जन्मते चले जा रहे हैं । यह एक अशुभ पत्ता है, जो उलट-पुलट और विनाश का प्रतीक माना जाता है ।
यह ताश किसी परिवर्तन, निराशा, प्रतिक्रियाओं, मानसिक-भावात्मक आघातों, झूठे वायदों और अस्वीकृतियाँ तथा इनसे उत्पन्न टूटन, तबाही और (कभी-कभी) मृत्यु को भी संकेतित करता है । कीरो के अनुसार, ‘यह ताश ‘शक्ति’ का प्रतीक है, जिसका गलत इस्तेमाल विनाश की ओर ले जाता है ।
किसी घटना अथवा मसले के सम्बन्ध में यह ताश भावी आकस्मिक, अप्रत्याशित खतरों/घटनाओं के प्रति चेतावनी देता है । कुछ अध्येताओं के अनुसार, यह ताश अशुभ नहीं है, न १३ का अंक ही अशुभ होता है । इनके अनुसार, ‘इस पत्ते की वास्तविक शक्ति को जो पहचानते और जानते हैं, वे सदा सतर्क, सावधान रहकर इस पत्ते की अशुभता के बीच भी शुभत्व प्राप्त कर लेते हैं ।
१४ अस्थि-कलश | The Temperance Tarot Card
ताश के इस चौहदवें पत्ते पर एक सुन्दर परी का चित्र अंकित है जिसके दोनों हाथों में एक-एक (आजकल के गोलाकार सजावटी फूलदानों की तरह के) संकरे मुंह वाले दो अस्थि-कलश हैं । यह परी एक कलश में रखी अस्थियों को दूसरे कलश में उडेल रही है ।
प्रतीक रूप में यह ताश जीवन-प्रदायिनी शक्तियों पर स्वामित्व को इंगित करता है । गतिशीलता, मैत्री, कृतज्ञता, विनम्रता और माधुर्य गुणों से युक्त व्यक्तित्व को प्रस्तुत करता है । भावी घटनाओं के सन्दर्भ में यह ताश किसी भी तरह की प्राकृतिक आपदा-जैसे तूफान, आंधी, आग, पानी-से सम्भावित खतरे से सावधान करता है ।
व्यवसाय अथवा व्यापार के सन्दर्भ में यह ताश भाग्यशाली तो सिद्ध होता है, पर हमेशा उस कार्य में कोई-न-कोई खतरा या जोखिम बना ही रहेगा – वह भी दूसरों की बेवकूफी से !
१५ शैतान या तूफान | The Devil Tarot Card
ताश के इस पन्द्रहवें पत्ते पर अंकित चित्र इस प्रकार है – एक चौकोर आसन पर एक अधोवस्त्र पहने एक पुरुष खड़ा है जिसका सिर भेड़िये जैसा है – जबान बाहर निकली हुयी । सिर पर किसी सांभर के सींग जैसे दो लम्बे सींग हैं । कन्धों से जुड़े चमगादड़ों जैसे दो पंख हैं । इसके एक हाथ में नुकीला भालानुमा अस्त्र है, दूसरे हाथ में अग्नि ।
नीचे उसके सम्मुख खड़े दो व्यक्ति उसकी आराधना-अर्चना कर रहे हैं । प्रतीक रूप में यह ताश अपने बारे में स्वयं ही सब कुछ स्पष्ट कर देता है । शैतानी वृत्ति से युक्त स्वार्थ की पूर्ति के लिए कुछ भी कर गुजरने वाले व्यक्ति का प्रतीक ताश । बुराइयों, हठवादिता, विवादास्पद, तन्त्र-मन्त्र की रहस्यभरी अंधेरी दुनिया की अनर्थमूलक शक्तियों के कभी-कभी स्वामी अथवा गहरी रुचि-आस्था, आवेशजन्य विकारों से प्रभावित निरंकुश स्वभाव के व्यक्ति तथा गुणों की ओर यह ताश संकेत करता है ।
१६ टूटती मीनार | The Tower Tarot Card
परम्परागत ताश के इस सोलहवें पत्ते को फ्रांसीसी तथा मिस्री बंजारे-अध्येता अत्यन्त महत्त्वपूर्ण, भावी दुर्घटना का संकेत मानते हैं । किसी प्रश्न के सन्दर्भ में यह योजनाओं में असफलतादायी, आकस्मिक खतरों की ओर संकेत करते हुये गम्भीर चेतावनी देता है कि उस योजना को अविलम्ब छोड़ दिया जाये अन्यथा परिणाम विनाशकारी होंगे ।
विस्तृत सन्दर्भ में यह ताश आकस्मिक सत्ता-परिवर्तन, अहंकार की टूटन, दैवी तथा प्राकृतिक आपदाओं और उनके विनाशकारी रूप, क्रान्ति आदि की ओर भी संकेत करता है ।
१७ मैगी तारा | The Star Tarot Card
ताश के इस सत्रहवें पत्ते को अत्यन्त महत्त्वपूर्ण आध्यात्मिक शक्तियों का संवाहक माना जाता है । आचार्य लोग इसे प्रेम और शान्ति का तथा रोमन लोग इस अष्टकोणीय खूबसूरत सितारे को देवी वीनस का प्रतीक मानते हैं ।
मूल रूप से यह ताश ऐसे व्यक्ति को प्रस्तुत करता है जो अपने जीवन में निरन्तर संघर्ष करते हुये सफलतायें अर्जित करता है और कुछ ऐसा कर जाता है कि उसका नाम उसकी मृत्यु के बाद भी सादर याद किया जाता रहे ।
शुभत्वमूलक यह ताश संघर्षों के बाद आशाओं और स्वप्नों की पूर्ति, आस्था व विश्वास तथा सफलता की सूचना देता है ।
१८ चन्द्रमा या चांदनी | The Moon Tarot Card
इस कला के प्राचीन आचार्य इस १८वे पत्ते को बेहद अजीबोगरीब, अनेक अनबूझ रहस्यों से युक्त मानते थे । इस ताश में पूरी तरह खिली चादनी, चांद से निकलती किरणों से खून की बूंदी को नीचे जमीन पर एक-एक बूंद को चाटने के लिए आतुर एक भेडिया व एक कुत्ता अंकित है । साथ ही, चित्र में, नीचे एक केकड़ा भी दिखाया गया है जो उन दोनों के साथ ही रक्तपान करना चाहता है ।
स्पष्टतः यह चित्र जटिल रहस्यों की एक अनबूझ पहेली है । कोरी के इसके प्रतिनिधि व्यक्ति में भौतिक या सांसारिक आकांक्षाओं की पूर्ति का स्वार्थ उसके जीवन के आध्यात्मिक तत्व को मार देता है, जो प्रकृति की अनिवार्यता है । प्रतीक रूप मे यह ताश झगड़ों, युद्धों, सामाजिक क्रान्ति, विद्रोही, गृह-युद्धों आदि और उनसे होने वाली स्वार्थ-पूर्ति का संकेत करता है ।
धोखा, विश्वासघात, आग, पानी, तूफान, विस्फोटों के खतरे की खुली चेतावनी यह ताश देता है ।
१९ सूर्य | The Sun Tarot Card
परम्परागत गड्डी के इस उन्नीसवें ताश को बेहद शुभ, सौभाग्यसूचक सफलतादायी माना जाता है । प्राचीन अध्येताओं ने इसे ‘महान् ईश्वरीय प्रकाश और ‘स्वर्ग का राजकुमार’ कहकर उल्लिखित किया है ।
प्रबल जीवनी-शक्ति, आकर्षण, खुशियां, शक्ति, सम्मान, निश्चित सफलता, आकांक्षाओं की पूर्ति की ओर यह ताश स्पष्ट संकेत करता है ।
२० आखिरी फैसला | The Judgement Tarot Card
गद्दी का यह बीसवां ताश अध्यात्म के क्षेत्र में पुनर्जागरण का ताश कहलाता है । अधिकांशतः इसे ‘अन्तिम न्याय’ अथवा ‘आखिरी फैसला’ का नाम देते हैं तथा अत्यन्त महत्त्वपूर्ण मानते हैं । इनके अनुसार, यह ताश सांसारिक मोह माया के परित्याग, वैराग्य और आध्यात्मिक पुनर्जागरण को इंगित करता है ।
ईश्वर-प्रदत्त असाधारण प्रतिभा, लक्ष्य-प्राप्ति की उत्कट अभिलाषा-लालसा की पूर्ति हेतु समुचित मार्ग-निर्देश व सफलता, नयी शासन अथवा जीवन पद्धति, व्यवसाय की ओर यह शुभत्वमूलक ताश स्पष्ट संकेत करता है । कभी-कभी यह ऐसे व्यक्ति का प्रतिनिधित्व करता है, जिसका सारा जीवन ऐसे कार्यों को अर्पित हो जाता है जो उसे मरने के बाद भी जीवित रखते हैं । इस प्रकार यह ताश आनेवाली भावी बाधाओं, परेशानियों की ओर इशारा करता है जिनका निदान केवल व्यक्ति की आध्यात्मिक शक्ति द्वारा ही सम्भव हो सकता है ।
२१ मैगी का मुकुट | The World Tarot Card
गड्डी के इस इक्कीसवें ताश को फ्रांसीसी अध्येता ‘यूनीवर्स’ अथवा ‘क्राउन आफ मैगी के नाम से पुकारते हैं । यह ताश जीवन में तरक्की, संघर्षों में विजय, सम्मान, पदोन्नति और सफलता की ओर संकेत करता है, साथ ही यह भी स्पष्ट कर देता है कि जीत और सफलता कड़े संघर्ष के बाद ही हासिल होगी । उत्तराधिकार में धन-सम्पत्ति भी प्राप्त हो सकती है ।
२२ मूर्ख इंसान | The Fool Tarot Card
परम्परागत ताश की गड्डी के इस बाईसवे ताश पर एक ऐसे नेक इन्सान का चित्र बना हुआ है जो दूसरों की मूर्खताओं से अन्धा रहकर कही पर दूसरों की गल्तियो की गठरी लादे चला जा रहा है । उसे इस बात का भी ज्ञान नहीं है कि कोई चीताजुमा जानवर उस पर झपटने/हमला करने की तैयारी कर रहा है जिससे उसे अपना बचाव करना चाहिए ।
इस प्रकार यह ताश चेतावनी देता है कि सम्बन्धित व्यक्ति बहुत सावधान रहकर अपने विवेक से काम ले अन्यथा दूसरों का बोझ ढोते हुये ही उसकी जिन्दगी खत्म हो जायेगी ।