गर्रा का श्राप | Garra’s Curse | एक अजीब प्रतिभा | A Strange Talent
गर्रा का श्राप | Garra’s Curse
तीन शताब्दियां बीतने के बाद आज भी अफ्रीकी देश लीबिया के रेगिस्तान में एक छोटी-सी हरित भूमि पर बसे एक गांव के निवासी एक पुराने श्राप के कहर से मुक्त नहीं हो पाए हैं ।
सिवा से १२० किलोमीटर पर पश्चिम में बसे इस नखलिस्तान का नाम है गर्रा ।
३०० वर्ष पूर्व यहां के ४० निवासियों ने मक्का जाते हुए यात्रियों के एक काफिले को बड़ी बेरहमी से लूटा । काफिले के बुजुर्ग सूफी सरदार ने उन्हें श्राप दिया कि इस गांव में कभी भी चालीस से ज्यादा आदमी जिंदा नहीं रह सकेंगे ।
आज के समय कोई भी इस शाप को अहमियत नहीं देना चाहेगा, परन्तु यह सत्य है कि आज भी गर्रा में ४० से ज्यादा आदमी नहीं रह सकते । जैसे ही किसी के यहां बच्चा युवावस्था में पहुंचता है, किसी-न किसी-बुजुर्ग की मृत्यु हो जाती है ।
प्रथम विश्व युद्ध के दौरान यहां एक १८ सदस्यों की आस्ट्रेलियन फौजी टुकड़ी को तैनात किया गया । कुछ ही समय बाद गर्रा में एक ऐसी महामारी फैली, जिससे १८ ग्रामवासी मारें गए । आबादी कुल मिला कर चालीस ही बनी रही । गर्रा के शेख ने आस्ट्रेलियन सैनिकों को गांव छोड़ने का आदेश दिया, जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार कर तुरंत गांव खाली कर दिया ।
एक अजीब प्रतिभा | A Strange Talent
कान से देखना, दीवार के पार देखना और इच्छा शक्ति से किसी वस्तु को बिना छुए सरकाना अपने आप में अजीब कारनामे लगते हैं, जिन पर आंखों से देखने पर भी विश्वास नहीं होता ।
चीन के समाचार पत्र दैनिक सिचुआन में ११ मार्च,१९७९ को एक समाचार छपा, जिसमें १२ वर्षीय बालक टोंग यू का जिक्र किया गया था । समाचार पत्र के अनुसार टोंग यू अपने कान से किसी भी लिखावट को पढ़ सकता है ।
अक्तूबर, १९७८ में एक दिन अपने मित्र चेन के साथ चलते-चलते उसका कान मित्र के कंधे से जा टकराया । टोंग यू ने अपने दोस्त से कहा कि “उसकी जेब में ‘उड़ती बतख’ मार्का सिगरेट का पैकेट है।” दोस्त ने इस बात को मजाक में लेकर टाल दिया । दो महीने बाद टोंग ने कुछ लोगों को कागज पर कोई वाक्य लिखने के लिए कहा । लिखने के बाद कागज की गोली बना कर टोंग यू को दी गई । टोंग यू ने तुरंत लिखा हुआ वाक्य बोल कर बता दिया । यदि कोई दर्शक उसे चित्रलिपि में लिख कर बता दे, तो वह पेन से वैसा ही चित्र बना देता है ।
टोंग यू का कहना है कि जब वह कागज की गोली को कान के पास ले जाता है, तो उसे लगता है कि उसमें विद्युत प्रवाह की तरह एक अनुभूति होती है और उसके दिमाग में टेलीविजन के स्क्रीन की तरह सभी लिखावटें स्पष्ट दिखाई देती हैं ।
चीन सरकार ने कई जांच आयोग बनाए और टोंग की इस अजीब प्रतिभा का परीक्षण करवाया । टोंग यू हमेशा सही निकला । ऐसा क्यों होता है, इस रहस्य का पता कोई भी जांच आयोग नहीं लगा पाया है ।