लॉर्ड डफरिन के साथ वो कौन था | Who Was He With Lord Dufferin
बात सन् १८९० की है, जब लॉर्ड डफरिन (Lord Dufferin) भारत के गवर्नर जनरल थे, वह कुछ दिनों के लिए इंग्लैंड में छुट्टी पर गए । उनका एक घनिष्ठ मित्र आयरलैंड में रहता था, इसलिए उन्हीं दिनों में उन्होंने आयरलैंड जाने के लिए समय निकाल लिया । समाचार प्राप्त होने पर उनके मित्र को बहुत खुशी हुई और उन्होंने अपने मित्र के रहने का प्रबंध पड़ोस के एक शानदार होटल में कर दिया ताकि उन्हें कोई असुविधा न हो ।
लॉर्ड डफरिन (Lord Dufferin) के सोने का प्रबंध बढ़िया था । जिस कमरे में उन्हें ठहराया गया, उसकी खिड़की में से हरा-भरा उद्यान दिखाई देता था । मौसम भी सुहावना था, पर बहुत रात बीत जाने पर भी उन्हें नींद नहीं आ रही थी । परेशान होकर उन्होंने बिस्तर छोड़ दिया तथा कमरे में चहलकदमी करने लगे । इतने में अचानक हवा का एक तेज झोंका आया, जिससे उनकी मेज पर रखे हुए जरूरी कागज बिखर गए । कहीं आंधी तो नहीं चल रही, यह देखने के लिए उन्होंने खिड़की में से बाहर की ओर झांका । आंधी तो नहीं थी, पर बगीचे में खड़ा एक भयानक आदमी पीठ पर ताबूत लादे हुए था । वह बहुत डरावना लग रहा था तथा लगातार लॉर्ड डफरिन (Lord Dufferin) की ओर आंखें फाड़-फाड़ कर देखे जा रहा था ।
वह हैरान थे । उन्होंने पास के कमरे में सोए हुए नौकर को जगाया तथा टॉर्च लेकर उस स्थान पर (जहां वह व्यक्ति खड़ा था) पहुंचे । उनके हाथ में रिवॉल्वर था । उस स्थान पर ताबूत तो खड़ा था, पर उसे लादने वाला गायब था, डरे हुए होने पर भी वह किसी प्रकार सो गए । दूसरे दिन मित्र के यहां गए तथा उन्हें सारा विवरण सुनाया, तो पता चला कि पास के कब्रिस्तान के प्रेतों द्वारा ऐसे उत्पात किए जाते रहते हैं ।
दिन भर घूमने के पश्चात् रात को लॉर्ड डफरिन (Lord Dufferin) फिर अपने होटल पहुंचे । संयोगवश लिफ्ट ऊपर ले जाने वाला व्यक्ति वही रात वाला भयानक व्यक्ति ही था । वे डर के मारे घबरा गए और उसके साथ लिफ्ट में जाने के लिए तैयार न हुए । हालांकि लिफ्ट चालक उन्हें साथ चलने के लिए बहुत आग्रह करता रहा । आखिर उसने लिफ्ट चलाई । लिफ्ट जब पांचवीं मंजिल पर पहुंची, तो उसकी केबिल बीच से टूट गई तथा एक जोरदार धमाके के साथ लिफ्ट नीचे गिर गई । लिफ्ट में सवार सभी २२ व्यक्ति मारे गए ।
होटल मालिक से इस लिफ्ट चालक के बारे में पूछा गया, तो वह भी इतना ही बता सका कि उनका स्थायी लिफ्टमैन एक दिन की छुट्टी पर गया था । उसके स्थान पर एक दिन के लिए इस नए आदमी को उसका नाम, पता एवं पूर्व अनुभव आदि देखकर रख लिया था । पर दुर्घटना के बाद वह भी वहां से गायब हो गया और न ही उसका शव लिफ्ट में पाई गई लाशों में मिला ।
इस घटना की याद लॉर्ड डफरिन (Lord Dufferin) को आजीवन बनी रही । वह यही सोचते कि यदि वह अनजान आदमी का प्रेत उन्हें उस रात दिखाई न दिया होता, तो वे भी अन्य लोगों की तरह लिफ्ट में प्रवेश कर जाते तथा काल के ग्रास बन जाते । वह यह बात कभी नहीं जान पाए कि ताबूत लादने वाला वह व्यक्ति उनका मित्र व हितैषी था या कोई शत्रु । यह घटना उनके जीवन में सदा के लिए रहस्य बनकर रह गई थी ।