बिजली गिरी और दृष्टि मिली । Lightning Struck And Got Sight

बिजली गिरी और दृष्टि मिली । Lightning Struck And Got Sight

फिल्मों में तो आपने ऐसे दृश्य देखे ही होंगे, जिसमें किसी दृष्टिहीन व्यक्ति को बिजली का झटका लगने या दुर्घटनाग्रस्त हो जाने पर आंखों की रोशनी फिर वापस मिल जाती है । हमें इस पर विश्वास नहीं होता तथा इसे कोरी कल्पना मानते हैं, परन्तु कभी-कभी ऐसी घटनाएं जीवन में हो ही जाती हैं, जिन पर आश्चर्य व्यक्त करने के सिवाय हम कुछ नहीं कर पाते और जिनकी गुत्थियां विज्ञान भी सुलझा नहीं पाता है ।

ऐसी कई घटनाएं घटित हुई हैं, जिनमें बिजली की कौंध से दृष्टिहीनों को सचमुच में दोबारा दृष्टि मिली है । ऐसी ही एक घटना एडविन रोबिन्सन नामक एक अमेरिकी ट्रक ड्राइवर की है । वह प्रायः लंबी दूरी की यात्रा करता, माल ले आता तथा ले जाया करता था । जब उसकी उम्र ५३ साल की हुई, तो एक दिन सड़क दुर्घटना में उसकी आंखें चली गईं तथा वह अंधा हो गया । कान भी लगभग बहरे हो गए थे । विशेषज्ञों ने उसकी जांच करने के उपरान्त एक स्वर में यही कहा कि अब रोबिन्सन इस दुनिया को फिर कभी नहीं देख सकेगा ।

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कान के बारे में भी उनके ऐसे ही विचार थे । अब रोबिन्सन अंधों की तरह छड़ी के सहारे चलता तथा श्रवणयंत्र की सहायता से सुनता था । जीवन उसे भार समान प्रतीत होने लगा था, किन्तु फिर भी नियति का सुनिश्चित निर्धारण समझ कर वह उसे ज्यों-त्यों करके खींच रहा था । उसमें न पहले जैसा उत्साह रहा, न उमंग । इसी आशा-निराशा के बीच वह जीता चला जा रहा था ।

नौ साल इसी तरह गुजर गए । सन् १९८० की बरसात के एक दिन रोबिन्सन की मुर्गी का चूजा उसके फालमाउथ, मैन स्थित मकान के गैराज के नजदीक दाने चुग रहा था । रोबिन्सन को इसका पता नहीं था, अतः वह अपने प्रिय चूजे का पता लगाने के लिए निकल पड़ा । हर दिन की तरह आज भी उसके हाथ में एल्युमिनियम की छड़ी थी तथा कानों में श्रवण यंत्र लगा हुआ था । अभी वह थोड़ी ही दूर सामने के पेड़ के पास गया था कि दुर्भाग्य ने फिर उस पर आघात किया । पेड़ पर अचानक बिजली गिर पड़ी तथा रोबिन्सन बेहोश हो गया ।

बीस मिनट बाद जब उसकी चेतना लौटी, तो वह आश्चर्य चकित हो रहा था । उसका अंधापन गायब हो चुका था । अब वह अच्छी प्रकार देख सकता था । उसका श्रवण उपकरण जल कर पूरी तरह नष्ट हो चुका था, किन्तु इसके बिना भी रोबिन्सन अच्छी तरह सुन सकता था । उसका पूरी तरह परीक्षण करने के पश्चात् प्रसिद्ध नेत्र विशेषज्ञ डॉ. अल्बर्ट मोल्टन ने कहा कि वह नहीं जानता कि इसकी व्याख्या कैसे की जाए, परन्तु यह सत्य है कि रोबिन्सन अब अंधा नहीं रहा । वह पहले की तरह देख सकता है । उसने इसे चमत्कार की संज्ञा देते हुए कहा कि ऐसे प्रकरण बुद्धि की पहुंच से परे के विषय हैं, इसलिए उनकी वैज्ञानिक व्याख्या संभव नहीं है । जो संभव है, वह इतना ही कि प्रकृति के विभिन्न रहस्यमय प्रसंगों में से एक इसे मान लिया जाय ।

घटना के एक महीने बाद एक और महत्त्वपूर्ण परिवर्तन परिलक्षित हुआ । रोबिन्सन जो कि विगत ३५ सालों से गंजा था, उसके सिर पर घने बाल उग आए चिकित्सकों के अनुसार उसका गंजापन आनुवंशिक था, अतः बिना किसी उपचार के इतने लंबे अंतराल बाद उनका पुनः उग आना चमत्कार ही कहा जाएगा । एक अन्य आश्चर्यजनक बात घटना के दिन जो देखने में आई, वह यह कि पेड़ तथा श्रवण यंत्र, दोनों ही जलकर नष्ट हो गए, पर रोबिन्सन इससे सर्वथा अछूता बना रहा ।

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