स्त्री वशीकरण मंत्र | जगह वशीकरण मंत्र | वशीकरण यंत्र | वशीकरण यंत्र कैसे बनाएं | Stri Vashikaran Totke | Vashikaran Totke | Vashikaran Yantra

[wpv-post-body][wpv-post-title][wpv-post-shortcode]

स्त्री वशीकरण मंत्र | जगह वशीकरण मंत्र | वशीकरण यंत्र | वशीकरण यंत्र कैसे बनाएं | Stri Vashikaran Totke | Vashikaran Totke | Vashikaran Yantra

जगह वशीकरण मंत्र


ओम् नमो भगवते उड्डामरेश्वराय मोहय मोहय मिलि मिलि ठः ठः ।

विधि – उपरोक्त मंत्र को एकाग्र चित्त से तीस हजार जप कर सिद्धि कर लें । सिद्ध होने के पश्चात् सात बार अभिमंत्रित करें ।

वशीकरण मंत्र


ओम् नमो भगवते वासुदेवाय त्रिलोचनाय, त्रिपुर वाहनाय ‘अमुकं’ मम वश्यं कुरु कुरु स्वाहा ।

विधि – इस मन्त्र को सिद्ध योग में १०८ बार जप करके सिद्ध कर लें और सिद्ध हो जाने के बाद १०८ बार मंत्र जपकर सुपारी पढ़ के जिसे वह सुपारी खिला दें वह वश में हो ।
नोट- ‘अमुकं’ की जगह उसका नाम लेना चाहिए, जिसे वश में करना है ।

स्त्री वशीकरण मंत्र


नमो आदेश गुरु को लौंगा लौंगा मेरा भाई, इन लोगों ने सकत चलाई, एक लौंग राती एक लौंग माती, दूजे लौंग बतावे छाती, तीजा लौंगा अंग मरोड़, चौथा लौंगा दोऊ कर जोड़, पाँच लौंग जो मेरा खाय, मुझको छोड़ अन्त ना जाय, घर में सुख नाहीं वाहे, मुख फिरि फिर देखे मेरा मुँह जीवन चाटै पग दली, मुझे सेवे समान, मोहि छोड़ अन्त जाय तो गुरु गोरखनाथ की आन। शब्द साँचा पिंड काँचा, चलो मंत्र ईश्वरो वाचा ।

विधि – पहले दीपावली पर इस मंत्र को दस हजार बार विधिपूर्वक जप कर सिद्ध कर ले । चौदस या अमावस्या के दिन ५ फूलदार लौंक हाथ पर रखकर और नीचे लोहबान जलाकर ११ बार मंत्र पढ़कर फूँकें और पाँचों लौंगों को पीस कर जिसे खिला दे वह हमेशा के लिये वश में हो जाय, यह परीक्षित है ।

इसे भी पढ़े :   स्त्री वशीकरण तंत्र | Stri Vashikaran Tantra

ओम् नमो नारायणाय सर्वलोकानां मम वशान् कुरु कुरु स्वाहा।

विधि – इस मंत्र को भी उपरोक्त विधि से १०,००० (दस हजार) बार जप कर सिद्ध कर लें ।

ओम् नमो कट विकट घोररूपिणीं अमुकं मे वश मानय स्वाहा ।

विधि – जब ग्रहण पड़े तब पहले इस मन्त्र को ग्रहण में १०,००० (दस हजार) बार विधिवत् जप करके सिद्ध कर ले और फिर रविवार को इस मन्त्र से अभिमन्त्रित करके स्वयं भोजन करे और भोजन करते समय जिस स्त्री को वश में करना हो उसका ध्यान करे और उसी का नाम लेता जावे तो वह शीघ्र ही वश में होगी ।

ओम् चामुण्डे जय जय वश्यंकरि जय २ सर्वसत्त्वान्नमः स्वाहा ।

विधि – इस मन्त्र को शुत्रो योग में दस हजार बार जप करके सिद्ध कर ले । फिर रविवार या सोमवार को इस मन्त्र से पुष्प अभिमन्त्रित करके वह पुष्प (फूल) जिसे दिया जावे वह अवश्य वश में होगी ।

या आमीन या फामीन हमारे दिल से, ‘फलाँ’ का दिल मिलादे ।

विधि – जिस स्त्री को वश में करना हो उसके सामने अग्नि के निकट बैठकर उसे गूगल, लोहबान, धूप दिखाये और जब उस स्त्री की दृष्टि उस गूगुल, धूप आदि पर पड़े तब मन्त्र पढ़कर उस गूगुल, लोहबान आदि को अग्नि में डाल दे । इस प्रकार २१ बार हवन करे और लगातार २१ दिन तक इसी प्रकार हवन करे तो वह शीघ्र ही वश में होगी । यह मन्त्र स्त्रियों के ऊपर बहुत ही शीघ्र अपना असर दिखाता है । परीक्षित है । ‘फलां’ की जगह उसका नाम लेना चाहिये ।

इसे भी पढ़े :   सर्प विष निवारण यंत्र | Sarp Vish Nivaran Yantra | प्रसिद्धि पाने के यंत्र | Prasiddhi Pane Ka Yantra | ज्ञानदाता महायंत्र | Gyandata Mahayantra

ओम् हुँ स्वाहा ।

विधि – काली विष्णुक्रान्ता की जड़, ताम्बूल (पान) में मिलाकर ‘ॐ हुँ स्वाहा’ इस मन्त्र से १०८ बार अभिमन्त्रित कर जिस स्त्री को खिलाया जाय वह निश्चय वश में होगी ।

ओम् नमो भगवति चामुण्डे महा हृदयकंपिनि स्वाहा ।

इस मन्त्र से पान के बीड़े (लगा हुआ पान) को २१ बार अभिमंत्रित करके जिसे खिलाया जाय तो वह वशीभूत होगा ।

जो मनुष्य रविवार पुष्य नक्षत्र में इस यन्त्र को भोजपत्र पर लिखकर अपनी दाहिनी भुजा में बाँधे तो उस मनुष्य की स्त्री उससे प्रसन्न रहेगी और कभी भी पर-पुरुष की तरफ नजर उठाकर नहीं देखेगी तथा और भी उसके कार्य सिद्ध होंगे ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *