बच्चो का पालना, जो बना राजा | नादिर शाह अफशर | The Cradle of Children, Who Became the King | Nader Shah

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बच्चो का पालना, जो बना राजा | नादिर शाह अफशर | The Cradle of Children, Who Became the King | Nader Shah

फारस के राजा शाह अब्बास तृतीय जब ८ माह के थे, तभी उन्हे राजा घोषित कर दिया गया था | ८ महीने की उम्र में उत्तराधिकार होने के कारण उनका राज मुकुट हमेशा उनके स्वर्ण निर्मित पालने पर रहता था |

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४ वर्ष बाद जब प्रजा के बीच से यह जानकारी पायी गई की इस तरह पालने मे मुकुट रखने की प्रक्रिया ने पालने को फारस का बादशाह बना दिया है, प्रजा उस पालने को चार वर्षो तक सन १७३२ से १७३६ तक राजा की तरह मानती थी | अत: सन १७३६ मे पालने को पिघला दिया गया और नादिर शाह अफशर नामक एक दावेदार नया शासक बनाया गया, जिन्होने १७४७ तक शासन किया |

प्राचीन घंटी | Ancient Bell


बात १८५१ की है, जब अमेरिका के मेसाचूसेट्स प्रदेश के डारेचेस्टर नगर के बाहरी इलाके में उत्खनन कार्य चल रहा था । बारूदी सुरंग के एक जबरदस्त धमाके में जब चट्टान के टुकड़े हवा में फैल कर जमीन पर गिरे, तो उनके साथ गिरी दो टुकड़ों में फटी एक धातु की बनी घंटीनुमा वस्तु, जो बहुत ही नायाब कारीगरी की हुई थी ।

साढ़े चार इंच लंबी इस घंटी को जिस धातु से बनाया गया है, उसका विश्लेषण आज तक नहीं हो पाया है । हां इस पर उत्कीर्ण फूलों की चित्रकारी चांदी के तारों को धातु में फंसा कर की गई है । १८५२ की साइटिरिफिक अमेरिकन पत्रिका के संपादक मंडल की राय में यह घंटी प्राचीन धार्मिक ग्रंथों में वर्णित धातु शास्त्र के लाखों वर्ष पुराने तुबल कैन द्वारा बनाई गई है । सत्य क्या है अभी पूरी तरह जाना नहीं जा सका है ।

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