एयर मार्शल सर विक्टर गोड्डार्ड और उनकी अद्भुत उड़ान | Air Marshal Sir Victor Goddard And His Amazing Flight
सन् १९३४ में एयर मार्शल सर विक्टर गोड्डार्ड (Air Marshal Sir Victor Goddard) अपने होकर हॉट बाइप्लेन को उड़ाते वक्त स्काटलैंड के आसमान में भटक गए । उस समय हवा तेज थी तथा नीचे जमीन पर कुछ नहीं दिख रहा था । सर गोड्डार्ड किसी परिचित चिह्न की खोज में थे, जिसे देखकर अपनी दिशा निर्धारित कर सकें । उस समय स्कॉटलैंड में वीरान पड़ा खंडहरनुमा ड्रैम हवाई अड्डा उन्हें नजर आया, जहां पीले रंग के कुछ नए विमान खड़े थे, जिनकी देखभाल नीली वर्दी पहने लोग कर रहे थे ।
सर गोड्डार्ड का विमान बहुत नीचे होने पर भी किसी ने उन पर ध्यान नहीं दिया, हालांकि वहां तेज धूप थी । इस घटना को अजीब-सा मानते हुए सर गोड्डार्ड वहां से दूर अपना विमान ले गए तथा अपने अड्डे पर उतर गए । मालूम करने पर पता चला कि ड्रैम हवाई अड्डे पर कोई भी विमान पीले रंग का है ही नहीं । वह जगह तो उजाड़ पड़ी थी ।
१९३८ में ब्रिटेन की शाही वायुसेना ने ड्रैम हवाई अड्डे को ठीक-ठाक करके उड़ानों के लिए तैयार कराया, तब विमानों का रंग पीला कराने का हुक्म हुआ । इससे पहले किसी को भी मालूम नहीं था कि ऐसा निर्णय हो सकता है । यह माना जाता है कि १९३४ में आसमान में भटके सर गोड्डार्ड, समय से चार साल आगे की दुनिया में चले गए थे ।