बेहोशी क्यों आती है | बेहोश होने के लक्षण | fainting symptoms in hindi
बेहोशी आने पर व्यक्ति गिर जाता है, उसका शरीर पसीने में डूब जाता है और रंग पीला पड़ जाता है ।
जब भी हम किसी को बेहोश होते देखते हैं, तो हमारे जहन में सहज ही यह सवाल उठता है कि वह व्यक्ति बेहोश क्यों हुआ है ? अथवा बेहोशी आती क्यों है ?
दरअसल, बेहोशी आने के कई कारण होते हैं, जैसे- अत्यधिक थकान, कमजोरी, भावनात्मक झटका अथवा तेज दर्द आदि ।
वास्तव में, बेहोशी एक मानसिक स्थिति है, जिसे समझने के लिए पहले मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को समझना जरूरी है।
सामान्यतः जब मस्तिष्क सामान्य ढंग से काम कर रहा हो, तब यह माना जाता है कि व्यक्ति होश में है, लेकिन जब मस्तिष्क की कार्यप्रणाली में रूकावट आ जाए, तो यह माना जाता है कि व्यक्ति बेहोश हो गया है । दरअसल, मस्तिष्क की कार्यप्रणाली में यह रूकावट मस्तिष्क को होने वाली रक्त आपूर्ति के बाधित होने के कारण आती है, इसीलिए जब कोई व्यक्ति बेहोश होता है, तो उसे या तो लेटाने या फिर उकडू बैठा उसके सिर को घुटनों पर रखने की सलाह दी जाती है, ताकि मस्तिष्क को होने वाली रक्त की आपूर्ति में सुधार आए और बेहोश आदमी पुनः होश में आ जाए ।