उपग्रह किसे कहते हैं | कृत्रिम उपग्रह किसे कहते हैं | what are artificial satellites
वैसे तो अन्तरिक्ष में बुध और शुक्र ग्रहों को छोड़कर शेष सभी ग्रहों के प्राकृतिक उपग्रह हैं । विश्वभर के वैज्ञानिकों ने भी अन्तरिक्ष में कृत्रिम उपग्रह भेजे हैं । ये उपग्रह बिना मार्ग भटके किस तरह अन्तरिक्ष में ही टिके रहते हैं ।
एक उपग्रह लगभग ऐसा लगता है, जैसे किसी अखरोट को एक धागे के किनारे से बांधकर अन्तरिक्ष में लटका दिया गया हो और वह घूम रहा हो । इसकी गति का केन्द्राभिसारी बल इसे बाहर की तरफ धकेलता है, पर पृथ्वी का गुरूत्वाकर्षण बल इसे दूर जाने से रोकता है ।
ये दोनों बल इसका सन्तुलन बनाए रखते हैं और उपग्रह अपनी कक्षा में ही घूमता रहता है । चूंकि अन्तरिक्ष में हवा नहीं होती है, इसलिए उपग्रह पर कोई प्रतिरोधक शक्ति काम नहीं करती है और यह अनन्तकाल तक इसी तरह घूमता रहता है ।
ये उपग्रह गोलाकार घूमने के बजाय दीर्घवृत्त में घूमते हैं । इन उपग्रहों का उपयोग रेडियो संकेतों को एक द्वीप से दूसरे द्वीप तक भेजने के साथ ही मौसम की जानकारी लेने के लिए भी किया जाता है । वैज्ञानिक उपग्रह अन्तरिक्ष के वातावरण की जांच- पड़ताल करते हैं और सूर्य, ग्रह तथा तारों के पर्यवेक्षण का कार्य भी करते हैं । कुछ उपग्रह पृथ्वी पर स्थित खनिज भण्डारों की सूचना भी देते हैं ।