बच्चे की शक्ल किस पर जाती है | बच्चों पर माता-पिता का प्रभाव | On whom does the face of the child go | parental influence on children
अकसर बच्चों का रूप-रंग, उनकी कद-काठी माता या पिता में से किसी एक की तरह होती है । आइए देखें ऐसा क्यों होता है ?
मनुष्य के शारीरिक गुण-सूत्र एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में क्रोमोजोम्स (गुण-सूत्र) के द्वारा हस्तांतरित होते हैं । बच्चे के जन्म के लिए 46 क्रोमोजोम्स (गुण-सूत्र) जरूरी होते हैं, जिनमें से 23 पिता के द्वारा और 23 माता के द्वारा प्राप्त होते हैं ।
इसका मतलब यह है कि जन्म लेने वाले बच्चे के पास हर जीन के दो संस्करण होते हैं, एक पिता से प्रदत्त और एक माता का दिया हुआ । जीन क्रोमोजोम्स का छोटा सेक्शन होती है । हर जीन में बच्चे में विशेष गुण के विकास के लिए जरूरी सूचनाएं दर्ज होती हैं । मसलन, कोई जीन आंखों के रंग के लिए जिम्मेदार है, तो कोई बालों के रंग के लिए ।
बच्चे में उसी जीन के गुण आते हैं, जो प्रभावशाली होता है। उदाहरण के लिए, पिता के बालों का रंग काला है और माता के बाल भूरे हैं । अगर बालों के रंग का निर्धारण करने वाले जीनों में माता के जीन का प्रभुत्व है, तो बच्चे के बालों का रंग भी माता के बालों के रंग की तरह ही होगा । इसके विपरीत यदि पिता की जीन अधिक प्रभावशाली है, तो बच्चे के बालों का रंग पिता के बालों की तरह होगा ।