शरीर का कोई अंग सुन्न क्यों हो जाता है | why does a part of the body go numb
जब शरीर के किसी हिस्से, जैसे-हाथ या पैर में कुछ देर तक रक्त सञ्चार रूक-रहकर दोबारा शुरू होता है, तो ऐसा लगता है जैसे शरीर के अन्दर कोई बहुत-से पिनें एक साथ हल्के-हल्के चुभो रहा हो ।
यदि कोई व्यक्ति एक ही स्थिति में बहुत देर बैठा रहे और फिर खड़े होने की कोशिश करे तो कुछ देर तक उसको महसूस होगा कि जैसे उसका पैर ‘सो गया’ है ।
जैसे ही रक्त सञ्चार आरम्भ होगा, तो पैर में वही सुइयों की-सी चुभन महसूस होगी । क्या आप जानते हैं कि यह अनुभूति क्यो होती है |
दसअसल शरीर की नाड़ियों में रक्त काफी स्वतन्त्रता से बहता है । यह जिस स्थान से गुजरता है, शरीर के अंगों में वहां से जहरीले फालतू पदार्थ इकट्ठा करके बहता है ।
जब किसी अंग में रक्त सञ्चार रूक जाता है, तो ये जहरीले पदार्थ वहां इकट्ठा हो जाते हैं और तन्त्रिका कोशाणु की सक्रियता में बाधा डालते हैं, जिससे शरीर के इस हिस्से से मस्तिष्क तक सन्देश पहुंचने बन्द हो जाते हैं ।
जब हमारी टांग दोबारा फैलती है, तो रक्त सञ्चार दोबारा शुरू हो जाता है और हमें सुई चुभने जैसी सनसनाहट की अनुभूति होती है ।