संवेदी अंग क्या है | कुछ अंग ज्यादा संवेदनशील क्यों होते हैं | what are sensory organs | what are sense organs meaning in hindi

संवेदी अंग क्या है | कुछ अंग ज्यादा संवेदनशील क्यों होते हैं | what are sensory organs | what are sense organs meaning in hindi

हमारा पूरा शरीर ही संवेदनशील होता है । यदि हमें कोई छू ले या कोई गरम या ठण्डी चीज शरीर से छू जाए, तो हमें इसका पता चल जाता है । मगर शरीर के सारे अंगों में संवेदनशीलता एक जैसी नहीं होती । कुछ अंग ज्यादा संवेदनशील होते हैं, जबकि बाकी अंग कुछ कम संवेदनशील होते हैं । आइए देखें ऐसा क्यों होता है ?

%E0%A4%B8%E0%A4%82%E0%A4%B5%E0%A5%87%E0%A4%A6%E0%A5%80%20%E0%A4%85%E0%A4%82%E0%A4%97%20%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE%20%E0%A4%B9%E0%A5%88

हमारे शरीर में नर्व फाइबर होते हैं, जिनका आखिरी सिरा हमारी त्वचा के अन्दर होता है । नर्व फाइवर के इस आखिरी सिरे पर कुछ अतिसूक्ष्म रिसेप्टर लगे होते हैं । शरीर से जैसे ही कोई चीज छू जाती है, ये रिसेप्टर इसकी सूचना मस्तिष्क को देते हैं । लेकिन ये रिसेप्टर कई तरह के होते हैं और हर रिसेप्टर एक अलग तरह के अहसास को महसूस करता है ।

उदाहरण के तौर पर, यदि एक रिसेप्टर स्पर्श को अनुभव करता है, तो दूसरा ताप को और तीसरा दर्द को महसूस करेगा । शरीर के किसी खास अंग की संवदेनशीलता इस बात पर निर्भर करती है कि उसमें रिसेप्टरों की संख्या कितनी है ?

वे अंग ज्यादा संवेदनशील होते हैं, जिनमें रिसेप्टर अधिक होते हैं । यही वजह है कि हमारी हथेलियां, उंगलियों के पोर तथा हॉट ज्यादा संवेदनशील होते हैं क्योंकि इनमें रिसेप्टरों की संख्या अन्य अंगों से अधिक होती हैं ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *