मिर्जा अजीज
कोका का इतिहास
Mirza Aziz Koka
मिर्जा अजीज़ कोका रिश्ते में अकबर का भाई
था। अकबर के तानाशाही व्यवहार के कारण उसने अकबर के प्रति विद्रोह किया। अजीज़
कोका ने अपने घोड़ों पर शाही मोहर लगवाने से इन्कार किया। अकबर की ओर से बदला लिये
जाने का सन्देह होने पर वह ड्यू को पुर्तगालियों से छीन लेने के बहाने उस द्वीप
में भाग गया। १५६३ में वह अपनी बहुत-सी पत्नियों और बच्चों के साथ मक्का की ओर चल
दिया,
जिससे उसे आत्मिक शान्ति प्राप्त हो सके।
वहाँ भी उसे शान्ति नहीं मिली क्योंकि मक्का में काबा के मुस्लिम मुल्लाओं ने उसे बहुत लूटा
। इसलिए वह वहा से वापस
अकबर के दरबार में यह सोचकर आ गया कि यह जगह मक्का की अपेक्षा अधिक अच्छी है।
जीवन के शेष वर्ष वह यहीं रहा, इस्लाम
के प्रति उसका आकर्षण काफी ठंडा पड़ गया था। जीवन में बहुत उतार-चढ़ाव देखने के
बाद जहांगीर के शासन के ११वें वर्ष में निराशा, असन्तोष
और उन्माद की स्थिति में उसका देहावसान अहमदाबाद में हुआ ।