स्वयं शरीर का जल उठना | Burning Body Automatically

[wpv-post-body][wpv-post-title][wpv-post-shortcode]

स्वयं शरीर का जल उठना | Burning Body Automatically

हालांकि इस बात के अनेक प्रमाणित केस दर्ज हैं कि जिसमें कोई आदमी अचानक बैठे-बैठे ही जलकर भस्म हो गया हो । अचानक ही शरीर का लपटों में घिर जाना और क्षण भर में सब कुछ स्वाहा।

परंतु शंकालु लोग इस बात को नहीं मानते । उनके अनुसार किसी भी मानव का शरीर अचानक ही लपटों में घिर कर क्षण भर में ही राख के ढेर में नहीं बदल सकता । परंतु इस तरह के लोगों की बोलती अटलांटा के जैक एंजेल के समक्ष बंद हो जाती हैं, क्योंकि जैक इस तरह के अजीबोगरीब हादसे का एक मात्र जीवित भुक्तभोगी गवाह है ।

घटना से पहले जैक एक स्वस्थ सेल्समैन हुआ करता था, जो सालाना ७०,००० डॉलर बड़े मजे से कमाता था । परंतु आज वही जैक विकलांग है और अपने घर की चारदीवारी में कैद होकर रह गया है । यह सब कुछ उस हादसे की वजह से हुआ, जब जैक अपनी व्यापारिक यात्रा के समय “सवान्नाह” (Savannah) में था । जैक अपनी गाड़ी के पीछे लगे ट्रेलर में आराम से सो रहा था कि अचानक वह तीव्र वेदना से उठ गया । उसका सारा शरीर लपटों से दहक रहा था । जब चिकित्सक डेविड फर्न घटना स्थल पर पहुंचे, तो उन्होंने पाया कि बुरी तरह झुलसे जैक के सीने में एक छेद था । उसकी रीढ़ के छल्ले बिखरे थे एवं उसकी एक बांह तो इस कदर झुलस गई थी कि उसे काटना ही पड़ा ।

इसे भी पढ़े :   स्पर्श से जान जाना | दिव्य दृष्टि से देखना | Divya Drishti

डॉक्टर फर्न के अनुसार जैक के ट्रेलर में और किसी भी चीज पर आग से जलने का जरा भी निशान नहीं था । उनके अनुसार जैक का इस बुरी तरह झुलसने एवं अन्य किसी भी चीज के न जलने का कारण था – अचानक बैठे-बिठाए मानव शरीर का दहन । एक ऐसी अज्ञात एवं रहस्यमयी क्रिया, जो क्षण भर में एक मनुष्य को राख के ढेर में बदल देती है ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *